Friday, December 19

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धर्मेंद्र प्रधान: बीजेपी के धुरंधर चुनावी रणनीतिकार और नीतीश कुमार के ‘बिहारी मित्र’
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धर्मेंद्र प्रधान: बीजेपी के धुरंधर चुनावी रणनीतिकार और नीतीश कुमार के ‘बिहारी मित्र’

15 नवम्बर 2025, नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पार्टी के लिए एक ऐसे चुनावी रणनीतिकार के रूप में उभरकर सामने आए हैं, जिनका असर केवल बिहार तक ही सीमित नहीं रहा है, बल्कि पूरे देश में उनकी योजनाओं और रणनीतियों का जलवा देखा गया है। हाल ही में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत में प्रधान की अहम भूमिका को नकारा नहीं जा सकता। इस जीत के पीछे उनकी रणनीतिक सूझबूझ और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ की गई दोस्ती का बड़ा हाथ था। धर्मेंद्र प्रधान का बिहार से जुड़ाव धर्मेंद्र प्रधान का बिहार से राजनीतिक जुड़ाव 2010 के विधानसभा चुनाव से शुरू हुआ था। उसी दौरान उन्होंने बिहार में दो महीने तक डेरा डाला और यहां के राजनीतिक हालात को समझा। उनके साथ उस समय नीतीश कुमार के रिश्ते भी और मजबूत हुए। यह दोस्ती 2013 में और गहरी हुई जब नीतीश कुमार ...
स्त्रीवाचक शब्द और पितृसत्ता: भाषा से बराबरी की लड़ाई
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स्त्रीवाचक शब्द और पितृसत्ता: भाषा से बराबरी की लड़ाई

नई दिल्ली: हिंदी भाषा में स्त्रीवाचक शब्दों के उपयोग और उनकी आवश्यकता पर बहस लंबे समय से चल रही है। आधुनिक युग में जहां महिलाएँ शिक्षा, राजनीति, खेल और हर पेशे में पुरुषों के साथ बराबरी कर रही हैं, वहां भाषा का पुराना ढांचा पितृसत्तात्मक नजर आता है। ‘बल्लेबाजिनी’, ‘निवेशिका’, ‘सैनिका’ जैसे नए शब्दों का प्रयोग कुछ अखबारों में शुरू हुआ, लेकिन सवाल उठता है: क्या इन शब्दों से समाज में वास्तविक समानता आएगी, या यह केवल भाषाई खेल बनकर रह जाएगा? भाषा बनाम समाजहिंदी का व्याकरण स्पष्ट है। “वह अच्छा डॉक्टर है” या “वह अच्छी डॉक्टर है” से ही स्पष्ट हो जाता है कि बात पुरुष की है या महिला की। इंदिरा गांधी या द्रौपदी मुर्मु के लिए कभी ‘प्रधानमंत्राणी’ या ‘राष्ट्रपतिनी’ नहीं लिखा गया, फिर भी उन्हें सम्मान मिला। पद, पद ही रहता है – अध्यक्ष, संपादक, विधायक – पुरुष या महिला के लिए समान रूप से प्रयुक्त होता...
बराबरी की भाषा: नए शब्द समाज ने चुने, थोपे नहीं गए
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बराबरी की भाषा: नए शब्द समाज ने चुने, थोपे नहीं गए

नई दिल्ली: हिंदी भाषा में महिलाओं के लिए ‘बराबरी की भाषा’ पर चर्चा ने एक बार फिर समाज और भाषा के बीच के गहरे संबंध को उजागर किया है। मार्च में इस पहल के आरंभ होने के बाद इसका स्वागत भी हुआ और आलोचना भी। आलोचक सीमित थे, लेकिन भाषा के जानकार होने के कारण उनकी बातों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता था। भाषाविदों ने तर्क दिया कि जैसे पुराने पेशों में महिलाएँ शामिल रहीं और उनके लिए हिंदी में स्त्रीलिंग शब्द बने – जैसे शिक्षिका, लेखिका, गायिका, अभिनेत्री, नायिका – वैसे ही अब नए पेशों में काम करने वाली...
भारत से इंडोनेशिया तक ग्लोबल वार्मिंग का कहर, COP30 में जंगल बचाने और फंडिंग की पुकार
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भारत से इंडोनेशिया तक ग्लोबल वार्मिंग का कहर, COP30 में जंगल बचाने और फंडिंग की पुकार

बेलम, ब्राजील। अमेज़न के घने जंगलों के बीच छोटे शहर बेलम में संयुक्त राष्ट्र का जलवायु सम्मेलन COP30 10 नवंबर से चल रहा है। दुनिया इस समय ग्लोबल वार्मिंग के खतरों से जूझ रही है। भारत, इंडोनेशिया और अन्य देश चरम मौसम की घटनाओं जैसे बाढ़, सूखा, तूफ़ान और हीट वेव से प्रभावित हो रहे हैं। मुख्य बातें: तीन प्रमुख शब्द: फॉसिल फ्यूल्स, फाइनेंस और फॉरेस्ट। सम्मेलन में लकड़ी, कोयला और पेट्रोल जैसे जीवाश्म ईंधन छोड़कर स्वच्छ ऊर्जा अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। क्लाइमेट रिस्क इंडेक्स 2026: जर्मन वॉच की रिपोर्ट के अनुसार, 1995 से 2024 के बीच 9,700 से अधिक चरम मौसम की घटनाओं में 8,32,000 लोगों की मौत और 4.5 ट्रिलियन डॉलर का आर्थिक नुकसान हुआ। भारत इन सबसे अधिक प्रभावित देशों में नौवें स्थान पर है। फंडिंग की कमी: विकासशील देशों को साल 2035 तक हर साल कम से कम 310 अरब डॉलर की जरूरत है, ल...
फ्रांस ने पहली बार दिखाई परमाणु बम से लैस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल, राफेल जेट से किया महाविनाश अभ्यास
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फ्रांस ने पहली बार दिखाई परमाणु बम से लैस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल, राफेल जेट से किया महाविनाश अभ्यास

पेरिस। रूस के हमले और यूरोप में सुरक्षा खतरों के बीच फ्रांस ने दुनिया को पहली बार अपनी सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ASMPA-R का प्रदर्शन किया। यह मिसाइल परमाणु हमला करने में सक्षम है और इसे फ्रांसीसी नेवल न्यूक्लियर एविएशन फोर्स के राफेल एम फाइटर जेट से लॉन्च किया गया। मुख्य बातें: परीक्षण: ऑपरेशन Diomede के तहत मिसाइल का परीक्षण किया गया, जिसमें परमाणु वारहेड नहीं लगाया गया था, लेकिन परमाणु हमले का अभ्यास किया गया। तकनीकी क्षमता: ASMPA-R मिसाइल की रेंज 600 किलोमीटर और सुपरसोनिक स्पीड मैक 3 तक है। इससे दुश्मन के लक्ष्यों को दूर से नष्ट किया जा सकता है। परमाणु आधुनिकीकरण: ASMPA-R को 2010 से विकसित किया जा रहा था ताकि फ्रांस की परमाणु शक्ति और प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो सके। सहायता प्रस्ताव: फ्रांस ने यूरोप के नाटो देशों को भी परमाणु सुरक्षा का ऑफर दिया है। अन्य मिसाइलें: पिछले मह...
ऑपरेशन सिंदूर में फेल हुए तुर्की ड्रोन, पाकिस्तान अब यूरोप और रूस की शरण में
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ऑपरेशन सिंदूर में फेल हुए तुर्की ड्रोन, पाकिस्तान अब यूरोप और रूस की शरण में

इस्लामाबाद/नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तुर्की के किलर ड्रोन की असफलता के बाद पाकिस्तान की सेना अब यूरोप, रूस और यूक्रेन से म‍िलिट्री ग्रेड ड्रोन तकनीक हासिल करने की कोशिश कर रही है। पाकिस्तानी अधिकारी भारत की सुरक्षा पर खतरा बढ़ने की आशंका के बीच इस योजना को गुप्त रखना चाहते हैं। क्या है हालात पाकिस्तान तुर्की और चीन के ड्रोन पर निर्भरता कम कर यूरोपीय और रूसी कंपनियों के साथ संपर्क कर रहा है। समझौतों के तहत यूरोप की एक कंपनी और पाकिस्तानी सरकारी रक्षा कंपनी हैवी इंडस्ट्री तक्षशिला के बीच ड्रोन तकनीक का ट्रांसफर हो सकता है। पाकिस्तानी ड्रोन की ताकत बढ़ने से भारत की पश्चिमी सीमाओं पर खतरा बढ़ सकता है। भारत की तैयारी भारतीय सेना पाकिस्तान के ड्रोन हमलों के खतरे को देखते हुए उच्च तकनीक वाले ड्रोन और ड्रोन वारफेयर क्षमताओं को मजबूत कर रही है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ड्र...
दुबई में पंजाबी गैंगवार की आग: गोल्डी बराड़–रोहित गोदारा गैंग ने लॉरेंस बिश्नोई के CA की कराई हत्या
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दुबई में पंजाबी गैंगवार की आग: गोल्डी बराड़–रोहित गोदारा गैंग ने लॉरेंस बिश्नोई के CA की कराई हत्या

नई दिल्ली। भारतीय गैंगों की रंजिश अब विदेशी धरती पर भी खतरनाक रूप ले चुकी है। दुबई में कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के चार्टर्ड अकाउंटेंट जोरा सिद्धू उर्फ सिप्पा की गला रेतकर हत्या कर दी गई। इस सनसनीखेज वारदात की जिम्मेदारी गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा गैंग ने सोशल मीडिया पर ली है। सोशल मीडिया पोस्ट में खुली हत्या की जिम्मेदारी रोहित गोदारा के नाम से संचालित एक सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया गया—“दुबई में लॉरेंस के जोरा सिद्धू को मार दिया गया। दुबई में बैठकर वह कनाडा और अमेरिका में धमकियां दे रहा था। हमारे दुश्मन कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं।” पोस्ट में गैंग के अन्य सदस्यों—वीरेंद्र चारण, महेंद्र सरन डेलाना और विक्की पहलवान कोटकपूरा—का नाम भी शामिल है। सीए से गैंग हैंडलर बने सिप्पा की रंजिश बनी मौत का कारण पुलिस सूत्रों के मुताबिक सिप्पा दुबई से कनाडा और अमेरिका के लोग...
EVM स्ट्रॉन्ग रूम की चाबी किसके पास? कैसे होती है वोटों की गिनती? जानें पूरी प्रक्रिया
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EVM स्ट्रॉन्ग रूम की चाबी किसके पास? कैसे होती है वोटों की गिनती? जानें पूरी प्रक्रिया

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों का दिन आ चुका है। मतगणना के इस अहम दिन पर लोगों के मन में अक्सर यह सवाल रहता है कि EVM की सुरक्षा कैसे होती है, स्ट्रॉन्ग रूम क्या होता है, और वोटों की गिनती किस प्रक्रिया से की जाती है। आइए जानते हैं पूरी जानकारी सरल और स्पष्ट भाषा में। वोटिंग खत्म होने के बाद क्या होता है? मतदान समाप्त होते ही प्रीसाइडिंग अफसर प्रत्येक EVM की जांच करते हैं। इसमें दर्ज वोटों का परीक्षण किया जाता है और वहां मौजूद सभी प्रत्याशियों के पोलिंग एजेंटों को एक सत्यापित कॉपी प्रदान की जाती है।जांच के बाद सभी EVM को कड़ी निगरानी और वीडियो रिकॉर्डिंग के बीच स्ट्रॉन्ग रूम की ओर ले जाया जाता है, जहां उन्हें सुरक्षित रखा जाता है। स्ट्रॉन्ग रूम क्या है? स्ट्रॉन्ग रूम एक विशेष सुरक्षित कमरा होता है, जिसे आमतौर पर सरकारी स्कूलों या सुरक्षित परिसरों में बनाया जाता है। कमर...
दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर ‘गंभीर’, सुप्रीम कोर्ट ने जताई चिंता, मास्क भी पर्याप्त नहीं
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दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर ‘गंभीर’, सुप्रीम कोर्ट ने जताई चिंता, मास्क भी पर्याप्त नहीं

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है और स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को इस पर गहरी चिंता जताई और कहा कि यहां का प्रदूषण इतना गंभीर है कि मास्क भी पर्याप्त नहीं हैं। सुप्रीम कोर्ट की प्रतिक्रिया न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा ने सुनवाई के दौरान कहा कि दिल्ली में वायु गुणवत्ता का स्तर बहुत खतरनाक है और इस स्थिति से स्थायी स्वास्थ्य नुकसान हो सकता है। न्यायाधीश ने वकीलों से वर्चुअल माध्यम से सुनवाई में शामिल होने का आग्रह किया, क्योंकि प्रदूषण के कारण अदालत में उपस्थित होना स्वास्थ्य के लिए जोखिमपूर्ण है। वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने बताया कि वे मास्क पहने हुए हैं, लेकिन न्यायमूर्ति ने स्पष्ट किया कि मास्क पर्याप्त नहीं होगा। उन्होंने कहा कि वे इस मुद्दे पर चीफ जस्टिस से भी चर्चा करेंगे। दिल्ली में वायु गुणवत्ता के आंक...
2026 में अमेरिका पढ़ाई के लिए जाना है? जानें तैयारी का सही तरीका और जरूरी डेडलाइन
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2026 में अमेरिका पढ़ाई के लिए जाना है? जानें तैयारी का सही तरीका और जरूरी डेडलाइन

नई दिल्ली। अमेरिका में उच्च शिक्षा के लिए पढ़ाई की इच्छा रखने वाले लाखों छात्र-छात्राएं 2026 फॉल इनटेक (Fall Intake) के लिए तैयारी में जुट गए हैं। अगर आप अगस्त या सितंबर 2026 में अमेरिका के किसी टॉप यूनिवर्सिटी में दाखिला लेना चाहते हैं, तो अभी से तैयारी शुरू करना बेहद जरूरी है। अंडरग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट एडमिशन की समय-सारिणी अंडरग्रेजुएट (UG): अधिकांश यूनिवर्सिटीज में ‘रेगुलर डिसीजन’ के तहत आवेदन नवंबर 2025 से शुरू हो जाते हैं। अंतिम तारीख जनवरी 2026 तक रहती है, कुछ यूनिवर्सिटीज में यह फरवरी 2026 तक बढ़ाई जा सकती है। पोस्टग्रेजुएट (PG): आवेदन नवंबर 2025 से मार्च 2026 तक दिए जा सकते हैं, यह कोर्स और डिपार्टमेंट पर निर्भर करता है। क्लास की शुरुआत ज्यादातर अमेरिकी यूनिवर्सिटीज में 2026 फॉल इनटेक के तहत क्लास अगस्त या सितंबर के पहले सप्ताह से शुरू होंगी। कुछ यूनिवर्सिटीज म...