Saturday, December 20

कानपुर के चमकते सितारे, पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल का 81 वर्ष की उम्र में निधन

कानपुर: शहर की पहचान रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल का शुक्रवार देर शाम 81 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। तीन बार सांसद और दस वर्षों तक केंद्रीय मंत्री रहे श्रीप्रकाश जायसवाल ने कानपुर के लिए कई अविस्मरणीय कार्य किए और शहर की यातायात व उद्योग सुविधाओं को नए आयाम दिए।

This slideshow requires JavaScript.

श्रीप्रकाश का बचपन कानपुर की गलियों में बीता। उन्होंने शहर की समस्याओं और जरूरतों को गहराई से समझा। कानपुर से दिल्ली जाने वाली श्रमशक्ति एक्सप्रेस और मुंबई जाने वाली उद्योग नगरी ट्रेन उनके प्रयासों का नतीजा हैं। श्रमशक्ति ट्रेन 1 सितंबर 2002 से चली और कानपुर से सीधे दिल्ली जाने वाली एकमात्र ट्रेन बनी। बाद में पनकी धाम स्टेशन इसमें जोड़ा गया।

केंद्रीय मंत्री रहते हुए उन्होंने कानपुर से दिल्ली की फ्लाइट सेवाएं भी शुरू कराईं और गंगा को 4 नवंबर 2008 को राष्ट्रीय नदी घोषित कराया। पावर हाउस और नेयवेली पावर प्लांट की स्थापना में भी उनका अहम योगदान रहा।

शहर के हाइवे, फ्लाई ओवर और पुल निर्माण में भी उनका योगदान उल्लेखनीय है। रामादेवी हाइवे का चौड़ीकरण, श्याम नगर में टू-लेन पुल और कैंट का शिवनारायण टंडन सेतु उन्हीं के कार्यकाल के दौरान बनवाया गया। भारी वाहनों के लिए फ्लाई ओवर बनने से शहर के यातायात में काफी सुधार हुआ।

राजनीति के साथ उनका दूसरा शौक क्रिकेट था। डीएवी कॉलेज में अध्ययन के दौरान वह एक साल तक कॉलेज क्रिकेट टीम के कप्तान भी रहे।

निष्कर्ष: श्रीप्रकाश जायसवाल का निधन कानपुर और केंद्रीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके योगदान ने कानपुर को आधुनिक शहर के रूप में ढालने में अहम भूमिका निभाई।

Leave a Reply