
नई दिल्ली। सर्दियों में सेहत और ऊर्जा के लिए गुड़ का सेवन बहुत फायदेमंद है, लेकिन बाजार में नकली और मिलावटी गुड़ भी उपलब्ध हैं। इसके कारण कई बार लोग असली और नकली गुड़ में फर्क नहीं कर पाते। गार्डनिंग और हेल्थ एक्सपर्ट अंजू सिंह ने असली गुड़ की पहचान करने के आसान तरीके बताए हैं, जिससे खरीदारी में गलती होने का खतरा कम हो जाएगा।
कलर और चमक से पहचान
असली गुड़ प्राकृतिक प्रक्रिया से बनने के कारण हल्का लाल या गहरा काला होता है। इसमें प्राकृतिक कैरामलाइजेशन के कारण रंग गहरा और “पपड़ी वाला” दिखाई देता है।
नकली गुड़ अक्सर हल्का भूरा, सुनहरा या चमकदार सफेद होता है, क्योंकि इसमें सोडियम हाइड्रोसल्फाइट जैसे ब्लीचिंग एजेंट का इस्तेमाल किया जाता है। अंजू सिंह का सुझाव है कि रंग और चमक से प्रभावित न हों, बल्कि प्राकृतिक रूप वाले गुड़ को ही चुनें।
बनावट और चिपचिपाहट
असली गुड़ कठोर और दानेदार होता है। इसे हाथ से तोड़ने पर पपड़ी के रूप में टूटता है और छूने पर चिपचिपा नहीं होता।
वहीं नकली गुड़ नरम, ज्यादा चिपचिपा और जल्दी पिघलने वाला होता है। इसमें रसायनों के कारण चिकनाई और अधिक होती है।
स्वाद और खुशबू से अंतर
असली गुड़ बहुत मीठा नहीं होता और इसमें हल्की नमकीन या मिट्टी जैसी कारमेलाइज्ड सुगंध होती है।
नकली गुड़ अधिक मीठा और किसी तरह की प्राकृतिक सुगंध रहित होता है। अगर हल्का नमक या कड़वा स्वाद आए, तो यह मिलावट का संकेत है।
पानी में घुलनशीलता की जांच
असली गुड़ पानी में धीरे-धीरे घुलता है और कोई तेल या बुलबुले नहीं छोड़ता।
मिलावटी गुड़ जल्दी घुल जाता है और उसमें पाउडर या अशुद्धियां बर्तन के निचले हिस्से में बैठ जाती हैं।
असली गुड़ की आसान पहचान
- रंग और पपड़ी पर ध्यान दें।
- हाथ में उठाकर बनावट महसूस करें।
- स्वाद हल्का और प्राकृतिक होना चाहिए।
- गुड़ की खुशबू प्राकृतिक और तेज होनी चाहिए।
अंजू सिंह का कहना है कि बाजार की चमक और सुंदरता पर ध्यान देने की बजाय गुड़ की प्राकृतिक रंगत, बनावट और सुगंध पर ध्यान दें, तो आसानी से शुद्ध और स्वास्थ्यवर्धक गुड़ खरीदा जा सकता है।
निष्कर्ष: अब खरीदारी में गलती की गुंजाइश कम है। हाथ में उठाकर गुड़ की बनावट और रंग पहचान कर आप अपने घर में हमेशा शुद्ध और सेहतमंद गुड़ ला सकते हैं।