
नई दिल्ली: अमेरिका में पढ़ाई के दौरान जॉब करने का अवसर देने वाले कॉलेज अब छात्रों में बेहद लोकप्रिय हो गए हैं। फॉर्ब्स ने हाल ही में ऐसे 15 कॉलेजों और यूनिवर्सिटी की सूची जारी की है, जहां को-ऑप प्रोग्राम और इंटर्नशिप के जरिए छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ काम करने और अनुभव हासिल करने का मौका मिलता है।
क्यों खास हैं ये कॉलेज?
अमेरिका में हाल के ग्रेजुएट्स में बेरोजगारी दर सामान्य वर्कर्स की तुलना में ज्यादा है। 22 से 27 साल के हालिया ग्रेजुएट्स के बीच बेरोजगारी दर 4.8% है, जबकि सामान्य वर्कर्स में यह 4% है। बैचलर्स डिग्री वाले ग्रेजुएट्स में यह 7.4% तक पहुँच चुकी है। ऐसे में को-ऑप प्रोग्राम और इंटर्नशिप छात्रों के करियर को सुरक्षित बनाने में मदद करते हैं।
फॉर्ब्स के अनुसार, इन कॉलेजों से पढ़ने वाले छात्रों को पढ़ाई के दौरान ही जरूरी ट्रेनिंग मिल जाती है, जिससे डिग्री मिलने के बाद उन्हें जॉब पाने में आसानी होती है। आंकड़ों के मुताबिक, इन संस्थानों के लगभग 80% छात्रों को डिग्री मिलने के छह महीने के भीतर जॉब मिल जाती है।
टॉप 15 कॉलेज और यूनिवर्सिटी
- जॉर्जिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- कार्नेगी मेलन यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन
- कॉलेज ऑफ विलियम एंड मैरी
- यूनिवर्सिटी ऑफ मियामी
- बेबसन कॉलेज
- एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी
- नॉर्टईस्टर्न यूनिवर्सिटी
- रेंससेलेर पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट
- ड्रेक्सेल यूनिवर्सिटी
- केटरिंग यूनिवर्सिटी
- वेंटवर्थ इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- बेरिया कॉलेज
- यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास एट एल पासो
- रोचेस्टर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
निष्कर्ष
ये कॉलेज न केवल शिक्षा में उत्कृष्ट हैं, बल्कि छात्रों को जॉब मार्केट के लिए पूरी तरह तैयार भी करते हैं। पढ़ाई के दौरान मिली ट्रेनिंग और इंटर्नशिप के कारण छात्र डिग्री लेने के तुरंत बाद ही रोजगार हासिल कर पाते हैं।