Friday, December 19

“अगर मैं भू-माफिया होता तो लखनऊ में कोठी होती” — आज़म खां का तीखा व्यंग्य, बोले: 50 साल की सियासत के बाद भी रामपुर के मकान में पानी रिसता है

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहम्मद आज़म खां ने गुरुवार को लखनऊ में अचानक पहुंचकर सियासी गलियारों में हलचल मचा दी। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने अपने चिर-परिचित अंदाज़ में तीखा व्यंग्य कसते हुए कहा, “अगर मैं भू-माफिया होता तो लखनऊ में मेरी भी कोई कोठी होती। 50 साल की सियासत के बाद भी आज मेरे रामपुर वाले घर में बारिश का पानी रिसता है, फिर भी मुझे भू-माफिया कहा जाता है।”

उनके इस बयान पर मौजूद नेता और पत्रकार मुस्कुराए बिना नहीं रह सके। आज़म खां ने आगे कहा, “सवाल मत पूछिए… उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था बहुत बेहतर है।”

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने स्पष्ट किया कि वे प्रचार के लिए वहां नहीं गए क्योंकि “बिहार में आज भी जंगलराज जैसी स्थिति है। जिनके पास सुरक्षा और हथियार हैं, वे वहां जा रहे हैं, मेरे पास सुरक्षा नहीं है।”

हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि “किसी राज्य को जंगल कहना लोकतंत्र का अपमान है। हमें अपने शब्दों की गरिमा बनाए रखनी चाहिए।”

आज़म खां के इस बयान को राजनीतिक हलकों में उनके व्यंग्य और कटाक्ष भरे अंदाज़ के रूप में देखा जा रहा है, जो एक बार फिर सत्ता और सियासत पर उनके बेबाक तेवरों की झलक दिखाता है।

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