Friday, December 19

स्किन ग्राफ्टिंग और फ्लैप सर्जरी के कमाल से 70% झुलसी महिला को मिली नई जिंदगी

जोधपुर: महात्मा गांधी अस्पताल के सीनियर प्लास्टिक सर्जन डॉ. रजनीश गालवा ने बाड़मेर की लक्ष्मी देवी को लगभग 70% झुलसने के बावजूद नई जिंदगी दी। हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने के बाद गंभीर हालत में अस्पताल पहुंची लक्ष्मी का इलाज डॉ. गालवा और उनकी टीम ने स्किन ग्राफ्टिंग और फ्लैप सर्जरी समेत कुल 10 सर्जरी कर किया।

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जानिए कैसे बचाई गई जान

डॉ. गालवा ने बताया कि लक्ष्मी जब अस्पताल पहुंची तो उनकी हालत बेहद नाजुक थी। केस चुनौतीपूर्ण था, लेकिन उन्होंने मरीज को मानसिक रूप से मजबूत बनाए रखा और लगातार मोटिवेशन दिया। डिबारमेंट, स्किन ग्राफ्टिंग और फ्लैप जैसी आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए लक्ष्मी का सफल इलाज किया गया। चार महीने की कठिन चिकित्सा प्रक्रिया के बाद लक्ष्मी अब पूरी तरह स्वस्थ हैं।

मौत के मुंह से निकली जिंदगी

हादसे के समय 21 वर्षीय लक्ष्मी अपने घर की छत पर कपड़े सुखा रही थी, तभी 33 हजार केवी की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गई। गंभीर रूप से झुलसी लक्ष्मी को उसके परिजनों ने तुरंत जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल लाया। इलाज पूरा होने पर जब लक्ष्मी घर लौट रही थी, तो उनके पिता ने डॉक्टर डॉ. गालवा का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें साफा पहनाया, जिसे डॉ. गालवा ने लक्ष्मी की हिम्मत की दाद देते हुए उन्हें पहनाया।

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