
देश आज भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर की पुण्यतिथि महापरिनिर्वाण दिवस पर उन्हें नमन कर रहा है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी डॉ. आंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की।
पीएम मोदी का संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा:
“महापरिनिर्वाण दिवस पर हम डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को स्मरण करते हैं। उनकी दूरदर्शी सोच, न्याय और समानता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता और संवैधानिक मूल्यों ने भारत की विकास यात्रा को दिशा दी। उनके आदर्श भविष्य में भी हमारा मार्ग रोशन करते रहें।”
राष्ट्रपति मुर्मू ने अर्पित की श्रद्धांजलि
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद भवन परिसर में डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति भवन के आधिकारिक ‘एक्स’ अकाउंट से जारी संदेश में उन्होंने कहा कि आंबेडकर की शिक्षाएं और उनका संघर्ष आज भी भारत को एक न्यायपूर्ण और समानता-आधारित समाज बनाने की दिशा में मार्गदर्शन करता है।
महापरिनिर्वाण दिवस का महत्व
- डॉ. आंबेडकर का निधन 6 दिसंबर 1956 को हुआ।
- इसी दिन को महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- 1956 में बाबासाहेब ने हिंदू धर्म की सामाजिक कुरीतियों से दुखी होकर बौद्ध धर्म अपनाया।
- बौद्ध दर्शन के अनुसार परिनिर्वाण का अर्थ है मृत्यु के बाद पूर्ण मुक्ति – सभी इच्छाओं, मोह-माया और सांसारिक बंधनों से मुक्त होना।
यह दिन संविधान निर्माता, सामाजिक न्याय के अग्रदूत और आधुनिक भारत के महान विचारक डॉ. बीआर आंबेडकर को याद करने और उनके आदर्शों को आत्मसात करने का अवसर है।