Sunday, December 28

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SIR और मतुआ समुदाय: भगवान शिव-विष्णु की आस्था के बीच नागरिकता को लेकर बढ़ा तनाव
State, West Bengal

SIR और मतुआ समुदाय: भगवान शिव-विष्णु की आस्था के बीच नागरिकता को लेकर बढ़ा तनाव

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में मतुआ समुदाय इस समय विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर गहरी चिंता में है। इस समुदाय की कई झलकियाँ राजनीतिक और सामाजिक दोनों दृष्टियों से महत्वपूर्ण हैं। हाल ही में तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा सांसद ममता बाला ठाकुर ने SIR के विरोध में 13 दिनों की भूख हड़ताल की थी। वहीं बीजेपी से केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर भी मतुआ समुदाय से ही हैं। मतुआ समुदाय का इतिहास और पहचान मतुआ समुदाय बंगाली हिंदुओं का दलित वर्ग है, जो पश्चिम बंगाल और आस-पास के इलाकों में बसे हैं। यह समुदाय पश्चिम बंगाल की कुल अनुसूचित जाति आबादी का लगभग 17.4% हिस्सा है। 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम से पहले और बाद में भी लाखों मतुआ धार्मिक उत्पीड़न से बचकर भारत आए। समाज सुधारक हरिचंद ठाकुर ने 1860 के दशक में मतुआ महासंघ की स्थापना की थी। उनके पुत्र गुरुचंद ठाकुर ने इसे संगठित किया। समुदाय में ह...
नोएडा: अस्पताल की लापरवाही से प्रेग्नेंट शबाना और शिशु की मौत, कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज
State, Uttar Pradesh

नोएडा: अस्पताल की लापरवाही से प्रेग्नेंट शबाना और शिशु की मौत, कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज

नोएडा, उत्तर प्रदेश। सेक्टर-112 के भारत मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल में कथित लापरवाही ने एक गर्भवती महिला शबाना और उसके शिशु की जान ले ली। परिवार की शिकायत और कोर्ट के आदेश पर अस्पताल स्टाफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। घटना का विवरण सोरखा गांव निवासी सलीम के बेटे शाहरुख की पत्नी शबाना 9 अक्टूबर को प्रसव पीड़ा के चलते अस्पताल में भर्ती हुई थीं। परिवार ने अस्पताल को शबाना के उच्च रक्तचाप की जानकारी दी थी और दवाइयां भी दी थीं। आरोप है कि अस्पताल स्टाफ ने बाद में गलत दवा दी, जिससे शबाना की हालत गंभीर हो गई। 15-20 मिनट बाद जब शाहरुख पत्नी के पास गए, तो उन्होंने देखा कि शबाना खून बहते हुए बेहोश थीं, जबकि अस्पताल स्टाफ में अफरा-तफरी का माहौल था। शबाना को फोर्टिस अस्पताल रेफर किया गया, जहां उन्हें मृत घोषित किया गया। अल्ट्रासाउंड जांच में पता चला कि शिशु की मौत पहले ही हो ...
शामली: सिपाही पर दूसरी महिला को गर्भवती करने का आरोप, पत्नी मुजफ्फरनगर से पकड़ने पहुंची, मचा बवाल
State, Uttar Pradesh

शामली: सिपाही पर दूसरी महिला को गर्भवती करने का आरोप, पत्नी मुजफ्फरनगर से पकड़ने पहुंची, मचा बवाल

शामली, उत्तर प्रदेश। जिले में पुलिसकर्मी पति-पत्नी के बीच विवाद ने सुर्खियां बटोरीं। मुजफ्फरनगर में तैनात महिला कांस्टेबल पत्नी अपने सिपाही पति पर दूसरी महिला के साथ संबंध और उसे गर्भवती करने का आरोप लेकर शामली पहुंची। घटना का विवरण पत्नी के अनुसार पति का व्यवहार कई दिनों से संदिग्ध था। तलाक का केस कोर्ट में खारिज होने के बाद भी पति का रिश्ता दूसरी महिला से जारी रहा। मंगलवार रात महिला कांस्टेबल ने पति को रंगे हाथों पकड़ने के लिए उसके घर मोहल्ला काकानगर पहुंची। दरवाजा नहीं खोलने पर महिला ने स्थानीय पुलिस को बुलाया। पुलिस के आने पर सिपाही बाहर निकला और पत्नी को गालियां देने लगा। झगड़े में तीन महिलाओं के बीच कहासुनी और मारपीट हुई। वर्दी भी नहीं बचाई सिपाही को हैरत की बात यह रही कि सिपाही पुलिस वर्दी पहनकर बाहर आया और और भी आक्रामक हो गया। पत्नी ने आरोप लगाया कि पति की यह हरकत च...
फतेहपुर: होमवर्क न पूरा होने पर टीचर ने छात्रा को 30 पाइप मारे, अब होगी ऑपरेशन
State, Uttar Pradesh

फतेहपुर: होमवर्क न पूरा होने पर टीचर ने छात्रा को 30 पाइप मारे, अब होगी ऑपरेशन

फतेहपुर, उत्तर प्रदेश। जिले के करमचंद्रपुर गांव में केंद्रीय विद्यालय भिटौरा की कक्षा 8 की छात्रा नौशीन के साथ हैरान कर देने वाली घटना सामने आई। बताया जा रहा है कि शिक्षक ने होमवर्क पूरा न करने पर उसे बेरहमी से पीटा। घटना का विवरण अभियुक्त शिक्षक ने पानी की टंकी के नल में लगे प्लास्टिक पाइप से छात्रा के दाहिने हाथ की गदेली पर करीब 30 बार प्रहार किया। इससे छात्रा के हाथ में गंभीर सूजन और चोट आ गई। रोते हुए घर पहुंची नौशीन को उसकी माँ ने तुरंत स्कूल लौटकर टीचर से घटना की पूछताछ की। इस दौरान शिक्षक ने अभद्रता की और महिला को स्कूल से भगा दिया। चिकित्सकीय स्थिति और कार्रवाई परिजन तुरंत बच्ची को फतेहपुर के एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने बताया कि चोट की गंभीरता के कारण ऑपरेशन करना आवश्यक है, अन्यथा हाथ में संक्रमण और सड़न हो सकती है। पुलिस जांच शुरू थरियांव थाना में पी...
पूर्व नक्सली बद्रन्ना का खुलासा: 15 की उम्र में हथियार थमाया था मादवी हिडमा को, सात दिन में ही मिल गई थी तरक्की
Chhattisgarh, State

पूर्व नक्सली बद्रन्ना का खुलासा: 15 की उम्र में हथियार थमाया था मादवी हिडमा को, सात दिन में ही मिल गई थी तरक्की

रायपुर। बस्तर का सबसे खौफनाक नक्सली कमांडर मादवी हिडमा अब इतिहास बन चुका है। हिडमा की मौत के बाद पूर्व नक्सली बद्रन्ना ने मीडिया को कई चौंकाने वाले खुलासे किए। बद्रन्ना ने बताया कि उन्होंने ही हिडमा को बाल सैनिक के रूप में नक्सली संगठन में भर्ती किया था और केवल सात दिन बाद वह प्लाटून में शामिल हो गया था। पहली बार हिडमा से मुलाकात बद्रन्ना ने याद किया कि 1990 के दशक के अंत में सुकमा के पूवर्ती गांव में वह माओवादी संगठन के लिए एक एरिया प्लाटून बनाने के डिप्टी कमांडर थे। उसी समय उन्होंने एक लंबे, दुबले-पतले आदिवासी लड़के को देखा—जो बाद में मादवी हिडमा बना।बद्रन्ना ने कहा, "मैंने ही उसे संगठन में शामिल किया और उसका पहला हथियार थमाया। वह शुरुआत में मेरे पास नहीं आया, मैं उसके पास गया।" बाल सैनिक से बटालियन कमांडर तक बद्रन्ना के अनुसार, हिडमा की उम्र लगभग 15-16 साल थी। उसके पास नेतृत...
बिहार में नई सरकार के चार मंत्री, राजनीति और पद दोनों विरासत में मिली
Bihar, Politics, State

बिहार में नई सरकार के चार मंत्री, राजनीति और पद दोनों विरासत में मिली

पटना। बिहार विधानसभा की नई तस्वीर अब साफ़ और स्पष्ट हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नई सरकार में युवाओं के साथ अनुभवी नेताओं को भी स्थान मिला है। इस बार मंत्रिमंडल में कुछ ऐसे चेहरे शामिल हैं, जिन्हें राजनीति और मंत्री पद दोनों ही विरासत में मिले हैं। चार मंत्रियों की खास विरासत 1. श्रेयसी सिंह जमुई से बीजेपी विधायक श्रेयसी सिंह दूसरी बार लगातार विधानसभा चुनाव जीतकर मंत्री बनी हैं। वह पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत दिग्विजय सिंह की बेटी हैं।श्रेयसी सिंह अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज भी रह चुकी हैं और कई पदक जीतकर देश का नाम रौशन कर चुकी हैं। 2020 में उन्होंने राजनीति में कदम रखा और अब दूसरी बार बिहार सरकार में मंत्री पद संभाल रही हैं। 2. संतोष कुमार सुमन दूसरा नाम संतोष कुमार सुमन का है। वह केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के बेटे हैं। उनके पिता नीतीश कुमार के नेतृत्व में 2014 मे...
संभल में 22 किमी की प्रस्तावित पदयात्रा टली, डीएम ने महंत ऋषिराज से फोन पर की बात—मंदिर प्रांगण तक सीमित हुआ कार्यक्रम
State, Uttar Pradesh

संभल में 22 किमी की प्रस्तावित पदयात्रा टली, डीएम ने महंत ऋषिराज से फोन पर की बात—मंदिर प्रांगण तक सीमित हुआ कार्यक्रम

संभल। जामा मस्जिद–हरिहर मंदिर विवाद को लेकर बुधवार को जिले में तनावपूर्ण माहौल बन गया। कैला देवी मंदिर के महंत और याचिकाकर्ता ऋषिराज गिरि महाराज द्वारा 22 किलोमीटर की पदयात्रा निकालने की घोषणा के बाद प्रशासन ने जिले को हाई अलर्ट पर कर दिया था। भीड़ बढ़ने और टकराव की आशंका को देखते हुए डीएम राजेंद्र पैसिया ने स्वयं महंत से फोन पर बातचीत की और शांति बनाए रखने की अपील की। डीएम की अपील के बाद 22 किमी की यात्रा रद्द डीएम ने महंत ऋषिराज से आग्रह किया कि वे जिला प्रशासन का सहयोग करें और यात्रा को मंदिर परिसर तक ही सीमित रखें। डीएम की अपील के बाद महंत ने तुरंत 22 किलोमीटर की प्रस्तावित यात्रा रद्द करते हुए केवल मां कैला देवी मंदिर के आसपास एक किलोमीटर की पदयात्रा निकाली। इस निर्णय के बाद शहर में तनाव कम हुआ और हालात नियंत्रित रहे। मंदिर परिसर में भीड़, बैरिकेडिंग पर विवाद पदयात्रा क...
IAS रिया डाबी को जल संरक्षण कार्यों के लिए 1 करोड़ का पुरस्कार, बहन टीना डाबी ने भी बढ़ाया देश-प्रदेश का मान
Rajasthan, State

IAS रिया डाबी को जल संरक्षण कार्यों के लिए 1 करोड़ का पुरस्कार, बहन टीना डाबी ने भी बढ़ाया देश-प्रदेश का मान

जयपुर/नई दिल्ली। जल संरक्षण और जन भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में राजस्थान फिर एक बार चमका। समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों को सम्मानित किया, जिनमें राजस्थान की चर्चित आईएएस अधिकारी टीना डाबी और उनकी छोटी बहन रिया डाबी ने भी अपनी उपलब्धियों से सबका ध्यान खींच लिया। उदयपुर के लिए रनर-अप पुरस्कार लेकर मंच पर पहुंचीं रिया डाबी उदयपुर जिले को “जल संचय–जल भागीदारी” अभियान में वेस्टर्न जोन की कैटिगरी-2 के तहत राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा स्थान मिला। जिले की ओर से यह सम्मान जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) रिया डाबी ने राष्ट्रपति से प्राप्त किया।उन्हें उदयपुर में कराए गए जल संरक्षण कार्यों के लिए 1 करोड़ रुपये का पुरस्कार प्रदान किया गया। उदयपुर में हुआ 32,700 जल संरक्षण कार्यों का निष्पादन ...
नीतीश कैबिनेट में जातीय संतुलन पर जोर: दो यादव, दो कुशवाहा… किस जाति से मिले कितने मंत्री? पूरी लिस्ट देखें
Bihar, Politics, State

नीतीश कैबिनेट में जातीय संतुलन पर जोर: दो यादव, दो कुशवाहा… किस जाति से मिले कितने मंत्री? पूरी लिस्ट देखें

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ बीजेपी के सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण के दौरान कुल 23 मंत्रियों को शामिल किया गया। नई सरकार में नीतीश कुमार ने जातीय संतुलन और सोशल इंजीनियरिंग को प्राथमिकता देते हुए सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व दिया है। सवर्ण वर्ग: भूमिहार, राजपूत, ब्राह्मण और कायस्थ को जगह नीतीश मंत्रिमंडल में सवर्ण जातियों से कई महत्वपूर्ण चेहरे शामिल किए गए हैं: भूमिहार: विजय कुमार सिन्हा (भाजपा) विजय चौधरी (जदयू) राजपूत: लेशी सिंह (जदयू) संजय टाइगर (भाजपा) श्रेयशी सिंह (भाजपा) ब्राह्मण: मंगल पांडेय (भाजपा) कायस्थ: नितिन नवीन (भाजपा) पिछड़ा वर्ग: यादव और कुशवाहा को प्रमुख स्थान एनडीए सरकार में पिछड़े ...
जगन्नाथ पुरी में अद्भुत घटना: 10 दिनों से कोमा में था बच्चा, पिता की प्रार्थना से मंदिर में खुली आंखें—लोग बोले चमत्कार
Odisha, State

जगन्नाथ पुरी में अद्भुत घटना: 10 दिनों से कोमा में था बच्चा, पिता की प्रार्थना से मंदिर में खुली आंखें—लोग बोले चमत्कार

पुरी (ओडिशा): भगवान जगन्नाथ के श्रीमंदिर में इस सप्ताह एक ऐसा भावुक और अविश्वसनीय दृश्य सामने आया, जिसने हर किसी को स्तब्ध कर दिया। एक असहाय पिता अपने कोमा में पड़े बेटे को गोद में लेकर मंदिर पहुंचा, डॉक्टरों ने उसे लगभग मृत घोषित कर दिया था। कहा था—“उसे घर ले जाइए, अब उम्मीद नहीं है।” लेकिन भगवान के सिंहद्वार पर जो हुआ, उसे वहां मौजूद लोग आज भी चमत्कार से कम नहीं बता रहे। रोते-बिलखते पिता ने भगवान के आगे रख दी आखिरी उम्मीद प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक सोमवार सुबह करीब 40 वर्ष का एक पिता गोद में निष्प्राण-सा पड़ा बच्चा लेकर मंदिर के द्वार पहुंचा। बच्चा देखने में मृत जैसा लग रहा था। पहले सुरक्षाकर्मियों ने रोका, लेकिन पिता के विलाप और पीड़ा को देखकर उन्हें अंदर जाने दिया गया। वह भीतर पहुंचते ही भगवान जगन्नाथ के सामने बेटे को धरती पर रख जोर-जोर से रोते हुए बोला—“प्रभु! यही मेरी आखिर...