लालू परिवार में ‘S3’ की एंट्री… क्या इतिहास खुद को दोहरा रहा है? परिवारिक कलह, चुनावी हार और नई चुनौती से फिर संकट में लालू कुनबा
पटना। बिहार की राजनीति में ‘S1’ और ‘S2’ का दौर एक समय लालू-राबड़ी शासन का सबसे विवादित अध्याय माना गया था। लालू प्रसाद यादव के साले साधु यादव और सुभाष यादव (S1–S2) ने कभी सत्ता के गलियारों में ऐसी पकड़ बनाई थी कि उनकी छाया पूरे शासन पर दिखाई देती थी। दो दशक बाद एक बार फिर इतिहास खुद को दोहराता दिख रहा है। इस बार वजह हैं संजय यादव—लालू परिवार के नए ‘S3’, जिनकी एंट्री के साथ ही यादव परिवार में अंदरुनी कलह सतह पर आ गई है।
तेजस्वी के ‘चुने हुए सलाहकार’ से बढ़ा विवाद
तेजस्वी यादव ने अपने राजनीतिक सलाहकार के रूप में हरियाणा मूल के संजय यादव को चुना, जो राजद के राज्यसभा सांसद भी हैं। परिवार के कुछ सदस्यों को यह पसंद नहीं आया। लालू प्रसाद की छोटी बेटी रोहिणी आचार्य ने खुले तौर पर संजय यादव पर कई गंभीर आरोप लगाए, जिससे पार्टी और परिवार दोनों में उथल-पुथल तेज हो गई।
रोहिणी ने दावा किया कि 1...









