Monday, December 29

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लालू परिवार में ‘S3’ की एंट्री… क्या इतिहास खुद को दोहरा रहा है? परिवारिक कलह, चुनावी हार और नई चुनौती से फिर संकट में लालू कुनबा
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लालू परिवार में ‘S3’ की एंट्री… क्या इतिहास खुद को दोहरा रहा है? परिवारिक कलह, चुनावी हार और नई चुनौती से फिर संकट में लालू कुनबा

पटना। बिहार की राजनीति में ‘S1’ और ‘S2’ का दौर एक समय लालू-राबड़ी शासन का सबसे विवादित अध्याय माना गया था। लालू प्रसाद यादव के साले साधु यादव और सुभाष यादव (S1–S2) ने कभी सत्ता के गलियारों में ऐसी पकड़ बनाई थी कि उनकी छाया पूरे शासन पर दिखाई देती थी। दो दशक बाद एक बार फिर इतिहास खुद को दोहराता दिख रहा है। इस बार वजह हैं संजय यादव—लालू परिवार के नए ‘S3’, जिनकी एंट्री के साथ ही यादव परिवार में अंदरुनी कलह सतह पर आ गई है। तेजस्वी के ‘चुने हुए सलाहकार’ से बढ़ा विवाद तेजस्वी यादव ने अपने राजनीतिक सलाहकार के रूप में हरियाणा मूल के संजय यादव को चुना, जो राजद के राज्यसभा सांसद भी हैं। परिवार के कुछ सदस्यों को यह पसंद नहीं आया। लालू प्रसाद की छोटी बेटी रोहिणी आचार्य ने खुले तौर पर संजय यादव पर कई गंभीर आरोप लगाए, जिससे पार्टी और परिवार दोनों में उथल-पुथल तेज हो गई। रोहिणी ने दावा किया कि 1...
KK फैक्टर ने नीतीश को फिर बनाया ‘सीटों का शहंशाह’, कुर्मी-कुशवाहा ने दिलाया 100% इंक्रीमेंट
Bihar, State

KK फैक्टर ने नीतीश को फिर बनाया ‘सीटों का शहंशाह’, कुर्मी-कुशवाहा ने दिलाया 100% इंक्रीमेंट

पटना।बिहार की राजनीति में एक बार फिर वही दृश्य लौट आया है, जिसने करीब ढाई दशक पहले नीतीश कुमार को सत्ता के केंद्र में पहुंचाया था। गुरुवार को जब नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे थे, उसी वक्त आंकड़े बता रहे थे कि कुर्मी-कुशवाहा गठजोड़, यानी KK फैक्टर, ने उन्हें विधान सभा में ऐतिहासिक बढ़त दिला दी है। जदयू ने इस चुनाव में पिछली बार की तुलना में 100% अधिक सीटें जीतीं—2020 के 43 से सीधे 85। कुर्मी-कुशवाहा का अभूतपूर्व समर्थन 243 सदस्यीय नई विधानसभा में कुर्मी समुदाय के 25 और कुशवाहा (कोइरी) समुदाय के 26 विधायक चुनकर आए हैं। 2020 में यह संख्या क्रमशः 10 और 16 थी। वहीं ईबीसी (अति पिछड़ा वर्ग) विधायकों की संख्या भी 29 से बढ़कर 35 हो गई है।सवर्ण विधायक भी इस बार मजबूत उपस्थिति दिखा रहे हैं—63 से बढ़कर 72। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि कुर्मी-कुशवाहा समुदाय का यह संगठ...
मोकामा दियारा का कुख्यात ‘नीरज बॉस’ गिरफ्तार, बिहार पुलिस का ‘हाफ एनकाउंटर’—25 साल बाद खौफ का अंत
Bihar, State

मोकामा दियारा का कुख्यात ‘नीरज बॉस’ गिरफ्तार, बिहार पुलिस का ‘हाफ एनकाउंटर’—25 साल बाद खौफ का अंत

मोकामा दियारा में दो दशक से अधिक समय तक दहशत का पर्याय बने कुख्यात अपराधी नीरज सिंह उर्फ नीरज बॉस को आखिरकार बिहार पुलिस ने दबोच लिया। तेघड़ा थाना क्षेत्र के दियारा इलाके में की गई जोरदार कार्रवाई के दौरान पुलिस ने नीरज को पैर में गोली मारकर घायल कर दिया। भारी फायरिंग के बीच हुए इस ऑपरेशन को पुलिस ने ‘हाफ एनकाउंटर’ बताया है। गैंग के तीन अन्य सदस्यों ने मौके पर ही घुटने टेक दिए। खुफिया सूचना पर छापेमारी, दहशत का साम्राज्य ढहा एसपी मनीष कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम को सूचना मिली थी कि नीरज बॉस अपने गैंग के साथ दियारा इलाके में मौजूद है। जैसे ही पुलिस ने घेराबंदी की, नीरज गैंग ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस बल ने मोर्चा संभाला और नीरज बॉस पैर में गोली लगने से घायल होकर गिर पड़ा। उसके तीन साथी डर के मारे मौके पर ही सरेंडर कर गए।पुलिस ने मौके से दो राइफल, एक पिस्टल, एक ...
‘जो रामविलास पासवान ने नहीं किया, वो चिराग ने किया’ संजय पासवान के मंत्री बनते ही फूटी खुशी, भावुक हुईं मां सोनी देवी
Bihar, State

‘जो रामविलास पासवान ने नहीं किया, वो चिराग ने किया’ संजय पासवान के मंत्री बनते ही फूटी खुशी, भावुक हुईं मां सोनी देवी

बेगूसराय। बिहार में नए मंत्रिमंडल के गठन के साथ ही बेगूसराय के बखरी सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधायक बने संजय पासवान के घर जश्न का माहौल है। पोखरिया मोहल्ले में देर रात तक ढोल-नगाड़ों की थाप गूंजती रही, आतिशबाजी हुई और लोगों ने एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर मिठाई बांटी। परिवार के साथ पूरा मोहल्ला इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बना। 28 साल की राजनीतिक यात्रा का बड़ा मुकाम संजय पासवान पिछले 28 वर्षों से लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) से जुड़े हैं। उन्होंने दिवंगत केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के साथ लंबे समय तक काम किया और जिलाध्यक्ष से लेकर दलित सेना के प्रदेश अध्यक्ष तक की जिम्मेदारियां निभाईं।रामविलास पासवान के निधन के बाद भी उन्होंने पार्टी में अपनी मजबूत उपस्थिति बनाए रखी और चिराग पासवान के सबसे भरोसेमंद नेताओं में शामिल हो गए।चिराग ने उन पर भरोसा दिखाते हुए इस बार उन्हें बखरी सु...
आगरा–अलीगढ़ ग्रीन एक्सप्रेसवे: कब शुरू होगा सफर? एक घंटे में होगी दूरी पूरी, जाम से मिलेगी पूरी राहत
State, Uttar Pradesh

आगरा–अलीगढ़ ग्रीन एक्सप्रेसवे: कब शुरू होगा सफर? एक घंटे में होगी दूरी पूरी, जाम से मिलेगी पूरी राहत

आगरा। आगरा से अलीगढ़ के बीच सफर अब और तेज, आसान और सुरक्षित होने वाला है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने बहुप्रतीक्षित आगरा–अलीगढ़ ग्रीन एक्सप्रेसवे परियोजना पर तेजी से काम शुरू कर दिया है। वर्तमान में 1.5 से 2 घंटे लगने वाला सफर इस एक्सप्रेसवे के तैयार होते ही सिर्फ एक घंटे में पूरा हो सकेगा। 64.9 किलोमीटर लंबे इस अत्याधुनिक मार्ग पर कुल 1536.9 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। एक्सप्रेसवे को दो चरणों में विकसित किया जा रहा है और इसे 2027 तक पूरी तरह तैयार करने का लक्ष्य तय किया गया है। ⭐ क्या है आगरा–अलीगढ़ ग्रीन एक्सप्रेसवे? कुल लंबाई: 64.9 किमी कुल लागत: 1536.9 करोड़ रुपये निर्माण अवधि: 18 महीने कनेक्टिविटी: आगरा के खंदौली टोल प्लाजा से एनएच-91 तक गांवों को लाभ: 66 गांव सीधे सड़क नेटवर्क से जुड़ेंगे एक्सप्रेसवे पर यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए ...
मोबाइल फोन चोरी हुआ तो घबराएं नहीं, DIG कलानिधि नैथानी ने बताई खास ट्रिक — चुटकियों में हो सकती है बरामदगी
State, Uttar Pradesh

मोबाइल फोन चोरी हुआ तो घबराएं नहीं, DIG कलानिधि नैथानी ने बताई खास ट्रिक — चुटकियों में हो सकती है बरामदगी

मेरठ। मोबाइल फोन चोरी या गुम होना आज आम समस्या बन चुकी है, लेकिन अब इसकी रिकवरी पहले से कहीं अधिक आसान हो गई है। डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम द्वारा संचालित Central Equipment Identity Register (CEIR) पोर्टल चोरी और गुमशुदा मोबाइल के त्वरित निस्तारण में क्रांतिकारी साबित हो रहा है। अक्टूबर 2025 की मूल्यांकन रिपोर्ट में बुलंदशहर जिले ने शानदार काम करते हुए प्रदेश में आठवां स्थान हासिल किया है। मेरठ परिक्षेत्र के DIG कलानिधि नैथानी ने बताया कि CEIR पोर्टल देशभर के सभी टेलीकॉम नेटवर्क से जुड़ा है, जिसके माध्यम से चोरी या गुम मोबाइल की लोकेशन तेजी से ट्रेस होती है और रिकवरी की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। ⭐ CEIR पोर्टल काम कैसे करता है? 1. शिकायत दर्ज होते ही मोबाइल की एंट्री गुम या चोरी हुए मोबाइल को CEIR पोर्टल पर Block Stolen/Lost Mobile विकल्प के तहत दर्ज किया जाता है।इसके लिए जरूरी द...
यूपी के किसानों को राहत: अब आधार के अनुरूप खतौनी में बदला जा सकेगा नाम, सम्मान निधि में आई रुकावट होगी दूर
State, Uttar Pradesh

यूपी के किसानों को राहत: अब आधार के अनुरूप खतौनी में बदला जा सकेगा नाम, सम्मान निधि में आई रुकावट होगी दूर

लखनऊ। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के ताज़ा किश्त भुगतान में उत्तर प्रदेश के लाखों किसानों को बड़ा झटका लगा है। प्रदेश के 2 करोड़ 34 लाख 61 हजार 696 किसानों में से केवल 2 करोड़ 15 लाख 71 हजार 323 किसानों को ही सम्मान निधि की राशि प्राप्त हो सकी, जबकि 1 करोड़ 89 लाख 373 किसान इसका लाभ नहीं ले पाए।इस बड़ी गड़बड़ी की मुख्य वजह ई-केवाईसी का पूरा न होना और आधार व खतौनी में दर्ज नामों में असमानता सामने आई है। ★ अब बदलेगा सिस्टम, आधार से खतौनी में नाम बदलने की सुविधा राजस्व परिषद ने किसानों की इस समस्या को देखते हुए बड़ा निर्णय लिया है। अब जल्द ही किसान आधार कार्ड में दर्ज नाम के अनुसार खतौनी में नाम बदलवा सकेंगे।इसके लिए लेखपाल यह प्रमाणित करेगा कि खतौनी और आधार कार्ड—दोनों में नाम एक ही व्यक्ति के हैं। इस सुविधा के शुरू होते ही लाखों किसानों को ई-केवाईसी कराने में आने वाली दिक्कत ...
खूंखार नक्सली हिडमा और पत्नी राजे का अंतिम संस्कार संपन्न जात में दोबारा शामिल कर लाल कफन के साथ दी विदाई, गांव में पसरा सन्नाटा
Chhattisgarh, State

खूंखार नक्सली हिडमा और पत्नी राजे का अंतिम संस्कार संपन्न जात में दोबारा शामिल कर लाल कफन के साथ दी विदाई, गांव में पसरा सन्नाटा

सुकमा: देश के सबसे कुख्यात नक्सलियों में शामिल मादवी हिडमा और उसकी पत्नी राजे का गुरुवार को उनके गांव पूवर्ती में अंतिम संस्कार कर दिया गया। सुरक्षा कारणों से गांव के आसपास 10 किलोमीटर तक कड़ा पुलिस पहरा लगाया गया, जिससे कोई नक्सली अंतिम संस्कार में शामिल न हो सका। गांव में मातम का माहौल था—जहाँ बाकी दुनिया हिडमा को एक खूंखार चेहरा मानती थी, वहीं उसका परिवार उसे एक साधारण बेटे के रूप में याद कर रहा था। सैकड़ों हत्याओं का आरोपी, पर गांव में रोने की गूंज हिडमा को सुरक्षा एजेंसियां सैकड़ों हत्याओं का जिम्मेदार मानती थीं। वह नक्सलवाद का पोस्टर बॉय माना जाता था। लेकिन उसके गांव में माहौल बिल्कुल उल्टा था।हिडमा की बूढ़ी मां के लिए ग्रामीणों ने चिता पर चढ़ाने हेतु कंबल और चादरें दान कीं, जो आदिवासी परंपरा में सम्मान और आत्मा की शांति का प्रतीक है। जब शव घर पहुंचा, तो गांव में 'रून-सौन'—आ...
अमौसी एयरपोर्ट पर डग्गामारी का बड़ा खुलासा 5 से अधिक चक्कर लगाने वाली प्राइवेट कारों पर RTO की सख्ती, हजारों गाड़ियां जांच के दायरे में
Crime, State, Uttar Pradesh

अमौसी एयरपोर्ट पर डग्गामारी का बड़ा खुलासा 5 से अधिक चक्कर लगाने वाली प्राइवेट कारों पर RTO की सख्ती, हजारों गाड़ियां जांच के दायरे में

लखनऊ: अमौसी एयरपोर्ट पर प्राइवेट गाड़ियों द्वारा डग्गामारी (ग़ैर-कानूनी यात्री ढुलाई) के बढ़ते मामलों पर लगाम कसने के लिए लखनऊ आरटीओ ने बड़ा अभियान शुरू कर दिया है। एयरपोर्ट के कैमरों और टोल रिकॉर्ड की मदद से आरटीओ ने 653 ऐसी प्राइवेट गाड़ियों की पहचान की है, जो एक महीने में 5 से अधिक बार एयरपोर्ट पहुंची हैं।इसके अलावा 10,162 गाड़ियां ऐसी पाई गईं, जो इसी अवधि में दो बार एयरपोर्ट आईं। इन वाहनों को अब आरटीओ नोटिस भेज रहा है और पूछा जा रहा है कि बार-बार एयरपोर्ट आने की वास्तविक वजह क्या है। हर बार अलग सवारियां, CCTV में खुला राज जांच में पाया गया कि कई वाहनों में **हर विजिट...
झारखंड–बंगाल में कोयला माफिया पर ईडी का शिकंजा 40 ठिकानों पर तड़ातड़ छापे, नकदी–गहनों समेत भारी संपत्ति जब्त
Jharkhand, State

झारखंड–बंगाल में कोयला माफिया पर ईडी का शिकंजा 40 ठिकानों पर तड़ातड़ छापे, नकदी–गहनों समेत भारी संपत्ति जब्त

रांची/कोलकाता: अवैध कोयला कारोबार और उससे जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क पर शिकंजा कसते हुए एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी) ने शुक्रवार तड़के झारखंड और पश्चिम बंगाल में अब तक की सबसे बड़ी संयुक्त कार्रवाई को अंजाम दिया। दोनों राज्यों में करीब 40 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर ईडी ने भारी मात्रा में नकदी, सोना–गहने तथा महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं। सुबह 6 बजे से शुरू हुए इस ऑपरेशन में एजेंसी के 100 से ज्यादा अधिकारी शामिल थे। एक्शन के दायरे में न केवल आरोपियों के आवास आए, बल्कि टोल कलेक्शन बूथ, चेक पोस्ट्स और कारोबारी ठिकानों की भी तलाशी ली गई। झारखंड: 18 जगहों पर छापेमारी, बड़े नेटवर्क के खुलासे के संकेत ईडी की रांची टीम ने कोयला चोरी और अवैध तस्करी से जुड़े गिरोह के खिलाफ 18 स्थानों पर दबिश दी।छापों की जद में आए प्रमुख नाम: अनिल गोयल संजय उध्योग लाल बाबू सिंह (देव प्रभा...