तीन दशक बाद टूटा RJD का मुस्लिम–यादव समीकरण, मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में NDA की सीटें दोगुनी — सीमांचल में ओवैसी की पार्टी ने दिखाई नई ताकत
नई दिल्ली/पटना : बिहार की सियासत में करीब 30 वर्षों से प्रभावी माने जाने वाले आरजेडी के मुस्लिम–यादव (MY) समीकरण को इस विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ा झटका लगा है। 1990 के दशक से जिस गठजोड़ पर लालू प्रसाद यादव की राजनीति टिकी रही, वह इस बार मुस्लिम बहुल सीटों पर पूरी तरह बिखरता दिखा। सीमांचल की पांच प्रमुख सीटों पर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने रिकॉर्ड जीत हासिल कर आरजेडी के इस पारंपरिक वोट बैंक में गहरी सेंध लगा दी है। वहीं एनडीए ने भी मुस्लिम प्रभाव वाली सीटों पर अपनी पिछली संख्या को दोगुना कर नया राजनीतिक संकेत दिया है।
सीमांचल में ओवैसी ने जमाई जोरदार पकड़
मुस्लिम आबादी 40% से अधिक वाले सीमांचल की पाँच सीटों—बैसी, जोकीहाट, बहादुरगंज, कोचाधामन और अमौर —पर एआईएमआईएम ने भारी अंतर से जीत दर्ज की है। इन सीटों पर हारने वालों में महागठबंधन और जेडीयू के प्रत्याशी भी शामिल हैं, जबकि...









