Chirag Paswan on caste census : केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) की यहां आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में रविवार को पांच वर्ष के लिए पुन: पार्टी अध्यक्ष चुन लिया गया। इस बीच चिराग पासवान ने जातिगत जनगणना को लेकर भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मेरी पार्टी ने इसे लेकर अपना रुख हमेशा से ही स्पष्ट रखा है। हम लोग चाहते हैं कि जातिगत जनगणना हो।
हम लोग चाहते हैं कि जातिगत जनगणना हो। इसका कारण है। कई बार राज्य सरकार और केंद्र सरकार कई योजनाएं बनाती है जो किसी जाति को मुख्य धारा के साथ जोड़ने के मद्देनजर तैयार की जाती है। ऐसे में उस जाति की आबादी की जानकारी सरकार के पास होनी चाहिए ताकि उसके अनुपात में राशि आवंटित की जा… pic.twitter.com/B916rGuo0u
— Lok Janshakti Party (@LJP4India) August 25, 2024
https://platform.twitter.com/widgets.jsइसका कारण है। कई बार राज्य सरकार और केंद्र सरकार कई योजनाएं बनाती है जो किसी जाति को मुख्य धारा के साथ जोड़ने के मद्देनजर तैयार की जाती है। ऐसे में उस जाति की आबादी की जानकारी सरकार के पास होनी चाहिए ताकि उसके अनुपात में राशि आवंटित की जा सके… मैं इन आंकड़ों को सार्वजनिक करने का पक्षधर नहीं हूं… मैं मानता हूं कि ये आंकड़ें कम से कम सरकारों के पास होने चाहिए।
चिराग पासवान ने कहा कि झारखंड विधानसभा चुनाव के बाद एनडीए सरकार बनने का दावा किया। हालांकि, उन्होंने साफ किया कि झारखंड में अगर एनडीए के साथ बात नहीं बनी तो उनकी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) लगातार जाति जनगणना की मांग कर रहे हैं। चिराग पासवान की लोजपा (आर) ने झारखंड विधानसभा चुनाव में 28 सीटों पर दावा किया है।
इधर नीतीश कुमार की पार्टी जदयू पहले ही 11 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है। दोनों पार्टियां एनडीए की सहयोगी हैं। , भाजपा लोजपा (आर) और जदयू के लिए कुछ सीटें छोड़ सकती है। झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा की क्या रणनीति होगी, अब इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।