रामदास आठवले एक बार फिर रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) के राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित

रामदास आठवले एक बार फिर रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) के राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित

नई दिल्ली/ज्ञानप्रवाह न्युज,22 जुलाई – आज दिल्ली में आयोजित रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास आठवले को सर्वसम्मति से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में फिर से चुना गया।

इस महत्वपूर्ण बैठक में देशभर के 32 राज्यों से पार्टी अध्यक्ष और प्रतिनिधि शामिल हुए, जिससे पार्टी की अखिल भारतीय उपस्थिति और एकजुटता स्पष्ट रूप से दिखाई दी।

बैठक को संबोधित करते हुए रामदास आठवले ने पार्टी के भविष्य का रोडमैप साझा करते हुए कहा:

हमारा लक्ष्य अगले पांच वर्षों में पार्टी को राष्ट्रीय मान्यता दिलाना है। इसके लिए कम से कम चार राज्यों में मान्यता और दो लोकसभा सांसद निर्वाचित होना ज़रूरी है। अभी मणिपुर और नागालैंड में हमें मान्यता मिल चुकी है। आगे असम, महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, पुदुचेरी, दीव-दमण और दादरा नगर हवेली में भी मान्यता मिलने की पूरी संभावना है।

रामदास आठवले ने सभी कार्यकर्ताओं से इस दिशा में पूरी ताकत से जुटने की अपील करते हुए कहा:

रिपब्लिकन पार्टी दलित,आदिवासी, मुस्लिम और सभी अल्पसंख्यक वर्गों की आवाज़ है। हमारा उद्देश्य बहुजन समाज को एकजुट कर डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर के विचारों को घर- घर तक पहुंचाना है। यह सिर्फ एक राजनीतिक अभियान नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव का आंदोलन है।

इस बैठक में कई प्रमुख नेताओं और पदाधिकारियों ने भाग लिया,जिनमें शामिल थे:
• गुजरात – जतीन भुट्टा, राजकुमार टाक, शैलेशभाई शुक्ला
• महाराष्ट्र – अविनाश महातेकर, गौतम सोनवणे, सुरेश बार्शिंग, सौ. सीमा आठवले, सौ. शीला गांगुर्डे, एम.एस. नंदा, काकासाहेब खांबलकर, दयाल बहादुर, एड. बी.के. बर्वे, एड. मंदार जोशी, अनिलभाई गांगुर्डे, विजयराज ढमाळ, बशीरभाई
• कर्नाटक – व्यंकट स्वामी
• राजस्थान – राधामोहन सैनी
• हरियाणा – रवि कुंडली
• सिक्किम – नाम ग्याल
• मणिपुर – महेश्वर थनमजोम
• आंध्र प्रदेश – ब्रह्मानंद रेड्डी
• तेलंगाना – नागेश्वर राव, रवि पासुला
• पंजाब – मंजू छिब्बर
• जम्मू-कश्मीर – संध्या गुप्ता
• उत्तर प्रदेश – पवन गुप्ता, राहुलन आंबवडेकर

बैठक में आगामी चुनावों की रणनीति,संगठन विस्तार और सामाजिक न्याय से जुड़े कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई।

Leave a Reply

Back To Top