कला प्रवाह- मंदिर परम्पराओं के महोत्सव की श्रृंखला
पंढरपूर/ज्ञानप्रवाह न्यूज,23-24 जून 2024, श्री विठ्ठल रुक्मिणी मंदिर पंढरपुर महाराष्ट्र – संगीत नाटक अकादेमी, प्रदर्शन कला के क्षेत्र में देश की प्रथम राष्ट्रीय अकादेमी और भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की स्वायत्त संस्था है। संगीत नाटक अकादेमी का उद्घाटन भारत के प्रथम राष्ट्रपति द्वारा 1953 में नई दिल्ली में संसद भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में किया गया था। अपनी स्थापना के बाद से, संगीत नाटक अकादेमी देश के संगीत, नृत्य, नाटक, लोक और जनजातीय कला रूपों और देश के अन्य संबद्ध कला रूपों में अभिव्यक्त प्रदर्शन कला रूपों के संरक्षण, अनुसंधान, प्रचार-प्रसार और पुनर्जीवित करने की दिशा में क्रियाशील रही है।
मंदिर परंपराएँ हमेशा से भारत की विविध सांस्कृतिक परंपराओं का हिस्सा रही हैं और प्राचीन काल से ही ऐसे उत्सव देश के विभिन्न मंदिरों में आस्था और उत्साहपूर्वक आयोजित किए जाते रहे हैं। संगीत नाटक अकादेमी ने अनुभव किया है कि समय के साथ यह मंदिर परंपराएँ क्रमशः क्षीण पड़ती गईं और अपने सांस्कृतिक महत्व एवं अस्मिता से दूर होती चली गईं और इस प्रकार आज विलुप्ति के कगार पर जा पहुँची हैं।
ऐसी परिस्थिति में संगीत नाटक अकादेमी ने देश की मंदिर परंपराओं को पुनर्जीवित करने की चुनौती स्वीकार की है। मंदिर परंपराओं को पुनर्जीवित करने का यह पुनीत कार्य, 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर अयोध्या एवं काशी विश्वनाथ (वाराणसी) में कला प्रवाह के आयोजन के साथ ही अकादेमी ने आरंभ कर दिया था। इस श्रृंखला के अंतर्गत अकादेमी द्वारा 9 से 17 अप्रैल 2024 तक देश के विभिन्न क्षेत्रों में अवस्थित सात अलग-अलग शक्तिपीठों में शक्ति के अंतर्गत मंदिर परंपराओं के उत्सव का आयोजन किया। शक्ति उत्सव का शुभारंभ 9 अप्रैल 2024 को कामाख्या मंदिर गुवाहाटी से हुआ और फिर महालक्ष्मी मंदिर कोल्हापुर; ज्वालामुखी मंदिर कांगड़ा,त्रिपुर सुंदरी मंदिर उदयपुर, त्रिपुरा; अंबाजी मंदिर बनाशकांठा गुजरात, बैद्यनाथ धाम देवघर झारखंड और 17 अप्रैल 2024 को शक्तिपीठ माँ हरसिद्धि मंदिर जयसिंहपुर उज्जैन मध्य प्रदेश में इस शक्ति उत्सव का समापन हुआ।
इस श्रृंखला के अंतर्गत संगीत नाटक अकादेमी, नई दिल्ली द्वारा श्री जगद्गुरू संत तुकाराम महाराज भवन, श्री विठ्ठल रुक्मिणी मंदिर, पंढरपुर, महाराष्ट्र में कला प्रवाह उत्सव का आयोजन 23 एवं 24 जून 2024 को जिला प्रशासन, सोलापुर एवं श्री विठ्ठल रुक्मिणी मंदिर समिति, पंढरपुर, महाराष्ट्र के सहयोग से किया जा रहा है। इस उत्सव का उद्घाटन अकादेमी की अध्यक्षा डॉ संध्या पुरेचा, श्री समाधान महादेव अवताडे, सदस्य विधानसभा, महाराष्ट्र, ह.भ.प. डॉ न्यायमूर्ती मदन महाराज गोसावी एवं ह.भ.प. गहिनीनाथ महाराज औसेकर के कर कमलों द्वारा किया जाएगा। कार्यक्रम का विस्तृत विवरण संलग्न हैः
कला प्रवाह- मंदिर परम्पराओं के महोत्सव की श्रृंखला, श्री विठ्ठल रुक्मिणी मंदिर, पंढरपुर, महाराष्ट्र 23-24 जून 2024, सायं 6.00 बजे
23 जून 2024
कला यात्रा – वारकरी शिक्षण संस्था वाकरी ढिंडी, महाराष्ट्र
कार्यक्रम
एम वी सिम्हाचला शास्त्री एवं दल हरिकथा, आंध्र प्रदेश
चंदाताई तिवाड़ी एवं दल – भारुड, महाराष्ट्र
- पंकज महाराज गावडे वाकरी कीर्तन, महाराष्ट्र
सत्यापल महाराज एवं दल सप्त खंजरी भजन, महाराष्ट्र •
वैशाली दुधे – कथक
24 जून 2024
समप्रिया पूजा निषाद एवं दल पंडवानी, छत्तीसगढ़
लता सुरेन्द्रन एवं दल – भरतनाट्यम
बलकृष्ण गोरे पारंपरिक लोककला दशावतारी नाट्य मंडल दशावतार
- ब्रज लोक संस्कृति एवं संस्थान मयूर रास एवं फूलों की होली