मुख्यमंत्री ने परिवार आईडी प्रक्रिया की अद्यतन स्थिति की समीक्षा
प्रत्येक परिवार को प्राप्त हो रहे शासकीय योजनाओं के लाभ का
पूरा विवरण दर्शाते हुए परिवार की पासबुक भी तैयार करायी जाए
लखनऊ: 20 जून, 2024 –उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश की प्रत्येक परिवार इकाई को जारी की जा रही परिवार आईडी प्रक्रिया की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ सभी परिवारों को उपलब्ध कराए जाने के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में प्रत्येक परिवार को सरकार की योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराने तथा परिवार के न्यूनतम एक सदस्य को रोजगार-सेवायोजन से जोड़ने के संकल्प के क्रम में परिवार आईडी जारी की जा रही है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में निवासरत लगभग 3.60 करोड़ परिवारों के 15.07 करोड़ लोग राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ पा रहे हैं। इन परिवारों की राशनकार्ड संख्या ही फैमिली आईडी है। जबकि 01 लाख से अधिक गैर राशन कार्ड धारकों को फैमिली आईडी जारी की जा चुकी है। ऐसे परिवार जोकि राशन कार्ड धारक नहीं है, उनके लिए https://familyid.up.gov.in पर पंजीयन कर परिवार आईडी प्राप्त करने की व्यवस्था है। इस योजना का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार किया जाए। प्रदेश का कोई भी परिवार इससे वंचित न रहे।
एक परिवार-एक पहचान योजना के अन्तर्गत प्रत्येक परिवार को एक विशिष्ट पहचान जारी की जा रही है, जिससे राज्य की परिवार इकाइयों का एक लाइव व्यापक डेटाबेस स्थापित होगा। यह डेटाबेस लाभार्थीपरक योजनाओं के बेहतर प्रबंधन, समयबद्ध लक्ष्यीकरण, पारदर्शी संचालन एवं योजना का शत-प्रतिशत लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाने और आम जनता को सरकारी सुविधाओं का लाभ उपलब्ध कराने की व्यवस्था के सरलीकरण में सहायक होगा। परिवार आईडी प्रदेश के सभी परिवारों के लिए है। प्रदेश की 25 करोड़ जनता को इसका लाभ मिलना चाहिए। परिवार आईडी के माध्यम से प्राप्त एकीकृत डेटाबेस के आधार पर रोजगार से वंचित परिवारों का चिन्हांकन कर उन्हें रोजगार के समुचित अवसर प्राथमिकता पर उपलब्ध कराए जा सकेंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित 76 योजनाओं/सेवाओं को फैमिली आईडी से लिंक किया जा चुका है। लाभार्थीपरक सभी अवशेष योजनाओं का भी परिवार आईडी से लिंकेज किया जाए। केन्द्र सरकार के सहयोग से संचालित समस्त योजनाओं का डेटाबेस प्राप्त कर उसे परिवार कल्याण पास बुक एवं फैमिली आईडी से जोड़ा जाना चाहिए। सभी लाभार्थीपरक (डीबीटी) योजनाओं/सेवाओं के ऑनलाइन आवेदन में आधार आवेदन एवं आधार अधिप्रमाणन अनिवार्य किया जाना चाहिए। इस तरह फैमिली आईडी का कवरेज बढ़ाने में सहायता मिलेगी।आईटीआई, पॉलिटेक्निक एवं अन्य उच्च शिक्षण संस्थानों में नए प्रवेश के समय आधार ऑथेंटिकेशन कराएं, तदोपरान्त परिवार आईडी से लिंकेज किया जाए। जाति और आय प्रमाण पत्र जारी करने में अनावश्यक देरी न हो। इस प्रक्रिया का सरलीकरण किया जाए।प्रत्येक परिवार को मिल रहे शासकीय योजनाओं के लाभ का पूरा विवरण दर्शाते हुए परिवार की पासबुक भी तैयार करायी जाए। पास-बुक और परिवार आईडी जारी करने से पूर्व परिवार के सम्बन्ध में प्रत्येक जानकारी को विधिवत प्रमाणित किया जाए। सभी सम्बन्धित विभाग इसमें सहयोग करें.