सायबर ठगी के 4 आरोपी पश्चिम बंगाल और बिहार से गिरफ्तार, 23 लाख से अधिक की नकदी मिली


interstate gang of fraud: मध्यप्रदेश की मंदसौर जिला पुलिस ने सायबर ठगी (online) के जरिए एक व्यापारी को 38 लाख रुपयों से अधिक की चपत लगाने के मामले का खुलासा करते हुए अंतरराज्यीय सायबर ठग गिरोह (cyber fraud gang) के मुख्य सरगना (kingpin) समेत 4 आरोपियों को पश्चिम बंगाल और बिहार से गिरफ्तार किया है।ALSO READ: Indore : सावधान, सरकारी योजना, स्कीम और सब्सिडी के नाम पर खाली हो सकता है आपका खाता, इंदौर पुलिस की Cyber Advisory

 

23 लाख रुपए से अधिक की नकदी मिली : आरोपियों के कब्जे से 23 लाख रुपए से अधिक की नकदी भी मिली है।पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 23.31 लाख रुपए नकद के अलावा 11 मोबाइल फोन, 38 फर्जी सिम कार्ड, 30 एटीएम कार्ड और 14 बैंक पासबुक जब्त की हैं। राज्य के पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा ने मंदसौर जिला पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना करते हुए पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद को शाबाशी दी है।ALSO READ: 10 साल में 65 हजार Cyber Fraud, इंदौर में ही Digital Arrest के 27 केस, तैयार होंगे 5 हजार सायबर कमांडो

 

मुख्य सरगना कोलकाता हवाई अड्डे से गिरफ्तार : पुलिस अधीक्षक आनंद ने मंदसौर में आज पत्रकारों को बताया कि पुलिस का विशेष दल लगभग 2 सप्ताह तक पटना और कोलकाता में रहा और मुख्य सरगना जितेंद्र सिंह को कोलकाता हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया। उसके बाद 3 आरोपियों को बिहार के नवादा जिले से गिरफ्तार किया गया। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और उनसे और भी वारदातों के खुलासे की संभावना से इंकार नहीं किया गया है।ALSO READ: भारत में बढ़े Cyber ​​Attacks, रिपोर्ट में हुआ चौंकाने वाला खुलासा

 

मंदसौर के व्यापारी से की थी 39 लाख की ठगी : पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आरोपियों ने मंदसौर के एक व्यापारी सूरज गुप्ता से 38 लाख 67 हजार रुपए की ठगी की थी। आरोपियों ने टाटा कंपनी की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर ठगी की घटना को अंजाम दिया। उन्होंने फर्जी वेबसाइट और कॉल के माध्यम से व्यापारी को झांसे में लिया और फिर 38 लाख 67 हजार रुपए विभिन्न बैंक खातों में अंतरित करा लिए।ALSO READ: Cyber crime: सीबीआई ने मारे 32 जगहों पर छापे, 26 साइबर अपराधियों को किया गिरफ्तार

 

शिकायत मिलने पर विशेष जांच दल गठित किया गया और उसकी कार्रवाई से पुलिस सरगना तक पहुंच गई।

 आनंद ने कहा कि आरोपियों से पूछताछ के दौरान अन्य खुलासे हो सकते हैं। उनके खिलाफ फिलहाल वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। 

 

Edited by: Ravindra Gupta



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