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Sensex and Nifty at new record levels : खुदरा मुद्रास्फीति में नरमी से नीतिगत ब्याज दर में कटौती की उम्मीद बढ़ने के बीच स्थानीय शेयर बाजार में गुरुवार को तेजी का माहौल रहा और दोनों मानक सूचकांक सेंसेक्स एवं निफ्टी ने दिन में कारोबार के दौरान नए रिकॉर्ड स्तर को छू लिया। 204.33 अंक यानी 0.27 प्रतिशत की बढ़त के साथ 76,810.90 अंक पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी भी 75.95 अंक यानी 0.33 प्रतिशत की बढ़त के साथ 23,398.90 अंक पर बंद हुआ।
कारोबारियों ने कहा कि पूंजीगत उत्पाद, टिकाऊ उपभोक्ता सामान और औद्योगिक शेयरों में भारी खरीदारी ने भी सूचकांकों को आगे बढ़ाने में मदद की। बुधवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, मई में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रास्फीति 4.75 प्रतिशत पर आ गई जो एक साल का निचला स्तर है। खाद्य वस्तुओं की कीमतों में मामूली गिरावट के कारण खुदरा मुद्रास्फीति भारतीय रिजर्व बैंक के चार प्रतिशत (दो प्रतिशत ऊपर या नीचे) के संतोषजनक दायरे के नीचे बनी हुई है।
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दिन में कारोबार के दौरान बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 538.89 अंक यानी 0.70 प्रतिशत उछलकर 77,145.46 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया था। बाद में यह 204.33 अंक यानी 0.27 प्रतिशत की बढ़त के साथ 76,810.90 अंक पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 75.95 अंक यानी 0.33 प्रतिशत की बढ़त के साथ 23,398.90 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान निफ्टी 158.1 अंक यानी 0.67 प्रतिशत चढ़कर 23,481.05 अंक के अपने नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा था।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, भारत और अमेरिका दोनों जगह मुद्रास्फीति में नरमी की सुस्त रफ्तार से नीतिगत दर में कटौती की उम्मीदें थोड़ी प्रभावित हुई हैं। घरेलू बाजार में रियल्टी और टिकाऊ उपभोक्ता क्षेत्रों को किफायती आवास पर सरकार की घोषणा से बढ़त मिली है।
सेंसेक्स की कंपनियों में महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाइटन, लार्सन एंड टुब्रो, इंडसइंड बैंक, टेक महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, विप्रो, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, बजाज फाइनेंस और नेस्ले सबसे ज्यादा लाभ में रहीं। दूसरी तरफ हिंदुस्तान यूनिलीवर, पावर ग्रिड, एक्सिस बैंक, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक और आईटीसी के शेयरों में गिरावट का रुख रहा।
व्यापक बाजार में बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.89 प्रतिशत चढ़ गया जबकि मिडकैप में 0.79 प्रतिशत की तेजी रही। क्षेत्रवार सूचकांकों में रियल्टी खंड में सर्वाधिक 2.15 प्रतिशत और पूंजीगत उत्पाद खंड में 2.05 प्रतिशत की बढ़त रही। हालांकि दूरसंचार, बैंक और धातु खंडों में गिरावट का रुख रहा।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर पर अधिक आक्रामक होने के बाद यूरोपीय शेयरों में गिरावट का रुख देखा गया। वहीं एशियाई बाजारों में कारोबार मिलाजुला रहा। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया के कॉस्पी और हांगकांग के हैंगसेंग में तेजी रही जबकि जापान के निक्की और चीन के शंघाई कम्पोजिट में नुकसान रहा।
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यूरोपीय बाजार दोपहर के सत्र में गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। अधिकांश अमेरिकी बाजार बुधवार को बढ़त के साथ बंद हुए थे। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के अधिकारियों ने कहा है कि हाल के महीनों में मुद्रास्फीति अपने लक्षित स्तर की दिशा में बढ़ी है। लेकिन उन्होंने संकेत दिया कि वे इस साल प्रमुख ब्याज दर में केवल एक बार कटौती करने की उम्मीद करते हैं। पहले उन्होंने तीन बार दर कटौती की बात कही थी।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.71 प्रतिशत गिरकर 82.01 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 426.63 करोड़ रुपए मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की। बुधवार को सेंसेक्स 149.98 अंक चढ़कर 76,606.57 अंक पर और निफ्टी 58.10 अंक की बढ़त के साथ 23,322.95 अंक पर बंद हुआ था। (भाषा)\
Edited By : Chetan Gour
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