congress attacks mohan bhagwat : संघ प्रमुख मोहन भागवत के सच्ची स्वतंत्रता वाले बयान पर बवाल मचा हुआ है। मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी समेत कई कांग्रेस नेताओं ने संघ प्रमुख को इसका करारा जवाब दिया। पार्टी नेताओं का कहना है कि संघ प्रमुख इसी तरह बयान देते रहे तो उनका देश में रहना मुश्किल हो जाएगा।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी भागवत के सच्ची स्वतंत्रता वाले बयान की निंदा करते हुए बुधवार को कहा कि यदि वह इसी तरह का बयान देते रहे तो देश में उनका घूमना-फिरना मुश्किल हो जाएगा। खरगे ने कहा कि आरएसएस और भाजपा के लोगों को (1947 में मिली) आजादी याद नहीं है क्योंकि उनके वैचारिक पूर्वजों का स्वतंत्रता आंदोलन में कोई योगदान नहीं है।
खरगे ने भागवत पर निशाना साधते हुए कहा कि यह शर्म की बात है कि आजादी मिलने के बाद वह इसे स्वीकार नहीं कर रहे हैं। उन्होंने आरएसएस और भाजपा का उल्लेख करते हुए कहा कि आजादी के लिए वो कभी लड़े नहीं, कभी जेल नहीं गए, इसलिए उन्हें आजादी के बारे में कुछ याद ही नहीं है… हमारे लोग लड़े थे, जान गंवाई थी, इसलिए हम आजादी को याद करते हैं।
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा- जब राम मंदिर बना, तब देश को आजादी मिली।
वहीं नरेंद्र मोदी को लगता है कि जब 2014 में वे प्रधानमंत्री बने, तब देश को आजादी मिली।
यह शर्म की बात है।
RSS-BJP के लोगों को आजादी का दिन इसलिए याद नहीं, क्योंकि उन लोगों ने देश की आजादी में कोई योगदान… pic.twitter.com/EVz8P7hhCs
— Congress (@INCIndia) January 15, 2025
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लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के सच्ची स्वतंत्रता वाले बयान पर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि अगर भागवत किसी अन्य देश में इस तरह का बयान देते तो जेल में होते।
उल्लेखनीय है कि भागवत ने सोमवार को कहा था कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तिथि प्रतिष्ठा द्वादशी के रूप में मनाई जानी चाहिए क्योंकि अनेक सदियों से दुश्मन का आक्रमण झेलने वाले देश को सच्ची स्वतंत्रता इसी दिन मिली थी।
edited by : Nrapendra Gupta