संस्कार विहिन होती युवा पीढी -डाॅ.वीरेन्द्र भाटी मंगल

संस्कार विहिन होती युवा पीढी -डाॅ.वीरेन्द्र भाटी मंगल लाडनूं राजस्थान/ज्ञानप्रवाह न्युज – बच्चा विविध कठिनाइयों व समस्याओं के बावजूद भी संयुक्त परिवार व्यवस्था में पलकर वो स्वयं ही संस्कार सीख जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है। बिखरते संयुक्त परिवारों के बाद प्रारम्भ हुआ एकल परिवार का दौर, जहा अभिभावकों को लगता था कि हम…

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समतावादी समाज के जनक थे महात्मा ज्योतिबा फुले- डाॅ.वीरेन्द्र भाटी मंगल

समतावादी समाज के जनक थे महात्मा ज्योतिबा फुले– डाॅ.वीरेन्द्र भाटी मंगल महात्मा ज्योतिबा फूले जयंती (11 अप्रैल) पर विशेष महात्मा ज्योतिबा फुले भारत के महान व्यक्तित्वों में से एक हैं। ये एक समाज सुधारक, लेखक, दार्शनिक, विचारक, क्रान्तिकारी के साथ साथ विविध प्रतिभाओं के धनी थे। इनको महात्मा फुले एवं जोतिबा फुले के नाम से…

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असंयमित जीवन व्यवहार मानसिक अस्वस्थता का कारण-डाॅ.वीरेन्द्र भाटी मंगल

असंयमित जीवन व्यवहार मानसिक अस्वस्थता का कारण- डाॅ.वीरेन्द्र भाटी मंगल वर्तमान दौर में अधिकांश व्यक्ति मानसिक अशांति के साथ घबराहट, डर, असुरक्षा व बैचेनी आदि का अनुभव करते है और अगर यह दिन-प्रतिदिन की दिनचर्या में शामिल हो जाता है तो वो व्यक्ति मानसिक अस्वस्थता की स्थिति में चल रहा होता है। इसके पीछे कारण…

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सोशल मीडिया का बढता प्रकोप घातक -डाॅ.वीरेन्द्र भाटी मंगल

सोशल मीडिया का बढता प्रकोप घातक -डाॅ. वीरेन्द्र भाटी मंगल ज्ञानप्रवाह न्यूज – वर्तमान में सोशल मीडिया का अत्यधिक उपयोग बढता ही जा रहा है यह मानव स्वास्थ्य के लिए घातक सिद्ध हो रहा है। एक सर्वे के अनुसार सोशल मीडिया बच्चों से लेकर बडी उम्र तक के लोगों पर हावी हो चुका है, इसके…

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