कौन बनेगा दिल्ली का मुख्‍यमंत्री, भाजपा विधायक दल की बैठक में फैसला आज



Delhi CM oath taking ceremony : भाजपा विधायक दल की आज शाम होने वाली बैठक में दिल्ली के नए मुख्‍यमंत्री के नाम का फैसला हो जाएगा। नया मुख्‍यमंत्री गुरुवार को रामलीला मैदान में दिल्ली की कमान संभालेगा। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के शामिल होने की संभावना है। 

 

किसका दावा मजबूत : दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के लिए कुछ नवनिर्वाचित विधायकों के नाम चर्चा में हैं, जिनमें प्रवेश वर्मा शामिल हैं। उन्होंने आप संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हराया था। उनके अलावा दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता और सतीश उपाध्याय के साथ ही पवन शर्मा, आशीष सूद, रेखा गुप्ता और शिखा राय जैसे अन्य नेता भी इस दौड़ में माने जा रहे हैं।

 

बवाना (सुरक्षित) सीट से विधायक चुने गए रवींद्र इंद्रराज सिंह और मादीपुर (सुरक्षित) सीट से पहली बार भाजपा के लिए जीतने वाले कैलाश गंगवाल के नामों पर भी चर्चा हो रही है।

 

पार्टी के भीतर कई लोगों का मानना ​​है कि भाजपा नेतृत्व दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री के रूप में किसी ऐसे नाम पर मुहर लगा सकता है जो बहुत अधिक चर्चा में नहीं है। 

 

शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जोरो पर : शपथ ग्रहण समारोह गुरुवार शाम करीब 4:30 बजे होने की उम्मीद है। इसके लिए रामलीला मैदान और उसके आसपास 5,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे। कानून-व्यवस्था बनाए रखने तथा यातायात प्रबंधन के लिए अर्धसैनिक बलों की 10 से अधिक कंपनियां भी तैनात की जाएंगी।

 

भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने मंगलवार को यहां रामलीला मैदान में दिल्ली की नई सरकार के शपथ-ग्रहण के लिए हो रहीं तैयारियों का निरीक्षण किया। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के साथ रामलीला मैदान का निरीक्षण करने के बाद, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा कि उपराज्यपाल वी के सक्सेना तैयारियों की देखरेख कर रहे हैं और शहर भर से लोगों ने संभावित कार्यक्रम में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की है।

 

रामलीला मैदान को सजाया जा रहा है, जिसमें लगभग 30,000 लोग एक साथ आ सकते हैं। इसकी चाहरदीवारी पर नया रंग-रोगन किया जा रहा है। 

 

गौरतलब है कि 8 फरवरी को घोषित विधानसभा चुनाव परिणामों में, भाजपा ने 70 सदस्यीय विधानसभा में 48 सीटें हासिल कीं और 26 साल बाद शहर में सत्ता में वापसी की। आम आदमी पार्टी को केवल 22 सीटें मिलीं।

Edited by : Nrapendra Gupta 



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