सोशल मीडिया में उठा इंदौर के सब इंस्‍पेक्‍टर की पिटाई का मुद्दा, DGP मकवाना ने बताया दुर्भाग्‍यपूर्ण


indore police

मध्‍यप्रदेश के इंदौर में बाण गंगा थाने के सब इंस्‍पेक्‍टर तेरेश्वर इक्का के साथ हुई मारपीट का मामला अब सोशल पर उठने लगा है। लोग इस मामले को अब संविधान और जाति से जोड रहे हैं। इसके साथ ही मध्‍यप्रदेश के DGP कैलाश मकवाना ने इस घटना को दुर्भाग्‍यपूर्ण बताया है।

https://platform.twitter.com/widgets.jsबता दें कि इंदौर के बाणगंगा के सब इंस्‍पेक्‍टर तेरेश्वर इक्का के साथ नशे की हालत में कुछ लोगों ने बदतमीजी और मारपीट की। सबसे ज्‍यादा शर्मनाक बात यह है कि इन लोगों ने इस घटना का वीडियो भी बनाया है और सोशल मीडिया पर पोस्ट भी कर दिया। यहां थाने की ड्यूटी पर तैनात सब इंस्पेक्टर के साथ नशे में धुत एक पुलिसकर्मी और उसके साथियों ने पहले तो बदतमीजी की और वर्दी पर लगा उसका बैज छीन लिया। इतने से उनका दिल नहीं भरा तो उन्होंने सब इंस्पेक्टर को जबरदस्ती अपने साथ थार गाड़ी में बैठाकर ले गए। फिर बीच रास्ते में उतारकर उसके साथ गली-गलौच और मारपीट की। इस दौरान उनका एक साथी इस पूरी घटना का बेशर्मी से वीडियो बना रहा था। सोशल मीडिया पर यह वीडियो खूब वायरल हुआ।

क्‍या चल रहा सोशल मीडिया में : सोशल मीडिया में इस घटना को लेकर कई तरह की बातें चल रही हैं। एक यूजर रिंकी यादव ने लिखा कि जब पुलिस अधिकारी शराबियों को रोका तो शराबियों ने पुलिस को मारा और मां बहन की गालियां दीं। इसमें पुलिस अधिकारी का अपमान नहीं है बल्कि संविधान और कानून का है। जातिवाद का दर्द आप पुलिस अधिकारी की आंखों में देख सकते हैं।

क्‍या बोले डीजीपी मकवाना : मध्‍यप्रदेश के DGP कैलाश मकवाना ने इस घटना को लेकर सोशल मीडिया एक्‍स पर प्रतिक्रिया दी है। उन्‍होंने ट्वीट कर लिखा कि इंदौर की यह घटना दुर्भाग्‍यपूर्ण है और सभी आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

बता दें कि यह घटना उस वक्त हुई जब थार जीप में सवार आरोपी विकास और उसके तीन साथी शराब पीते हुए पकड़े गए। एसआई तेरेश्वर इक्का ने जब उन्हें रोका, तो वे नशे की हालत में विवाद करने लगे। एसआई को जबरन अपनी जीप में बैठाकर मजदूरों के सामने माफी मंगवाई और उन पर वसूली का आरोप भी लगाया। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। घटनास्थल पर मारपीट के दौरान एसआई ने वायरलेस सेट पर कई बार मदद की गुहार लगाई, लेकिन कोई सहायता नहीं मिली। वहीं, सड़क से गुजरने वाले लोग भी रुककर उनकी मदद करने से बचते रहे।

जेल प्रहरी गिरफ्तार : घटना के बाद एसआई तेरेश्वर इक्का ने थाने शिकायत में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। इसक बाद पहले पुलिसकर्मी का मेडिकल कराया गया और बाद में थार गाडी के नंबर के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू हो गई है। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिसमें एक जोबट जेल में तैनात जेल प्रहरी भी शामिल है। दो आरोपी अभी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगी हुई है।
Edited By: Navin Rangiyal



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