Mahakumbh Stampede : मौनी अमावस्या पर 7 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाईं डुबकी, 30 की भगदड़ में मौत, प्रयागराज महाकुंभ से जुड़े 10 बड़े अपडेट


Mahakumbh Stampede 10 big Updates  : महाकुंभ 2025 के मुख्य स्नान पर्व मौनी अमावस्या बुधवार को एक दुखद हादसे का गवाह बना जब संगम तट पर अमृत स्नान के दौरान मची भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई और 60 अन्य घायल हो गए। हादसे के बावजूद श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नजर नहीं आई और 7 करोड़ से अधिक स्नानार्थियों ने तीर्थराज में पवित्र डुबकी लगाकर मोक्ष की कामना की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह महाकुंभ नगर में हुए हादसे की पल-पल की जानकारी लेते रहे। हादसे से जुड़े 10 बड़े अपडेट

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1. घायलों के लिए बनाया ग्रीन कॉरिडोर : भगदड़ को भांपते ही ग्रीन कॉरिडोर बनाकर 50 एबुंलेंस के जरिए 90 घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया मगर अस्पताल में 30 लोगों की सांसें उखड़ गईं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतक आश्रितों को 25-25 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया और घटना की जांच के लिए पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच आयोग के गठन की घोषणा की।

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2. प्रशासन की अपील को किया अनसुना : मौनी अमावस्या पर स्नान के लिए मंगलवार से ही प्रयागराज में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ने लगा था। रात होते-होते करीब 5 करोड़ श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके थे। इसके बावजूद ब्रहृममुहुर्त में त्रिवेणी पर डुबकी लगाने को आतुर बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम की रेती पर सो गए।

इस बीच जिला प्रशासन के लोग श्रद्धालुओं से स्नान का आग्रह कर वापस जाने की अपील करते रहे जिसे अनसुना कर दिया गया। इस बीच रात 1 से 2  बजे के बीच बेरीकेडिंग तोड़कर भीड़ दूसरी ओर आ गई और वहां मौजूद लोगों को कुचलती हुई  बढ़ गई।

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3. क्या बोले मुख्यमंत्री : अखाड़ों ने भी दुखद घटना को देखते हुए अमृत स्नान के अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम को रद्द कर दिया मगर बाद में मुख्यमंत्री योगी के अनुरोध पर अमृत स्नान सादगी से दोपहर बात शुरू हो सका। इस बीच श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नजर नहीं आई और लोगों ने नजदीक के घाट पर स्नान ध्यान कर मौनी अमावस्या पर परिवार और राष्ट्र की सुख समृद्धि की कामना की। इस दौरान श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा भी की गई।

मुख्यमंत्री ने बुधवार को भावुक होते हुए कहा कि प्रशासन को पता था कि महाकुंभ में आठ करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहुंचेंगे और इसके लिए तमाम बंदोबस्त भी कर लिए गए थे मगर ब्रहृम मुहुर्त से पहले रात करीब एक से दो बजे के बीच श्रद्धालु बेरीकेडिंग फांदकर दूसरी ओर आ गए और वहां पहले से स्नान का इंतजार कर रहे लोगों को रौंदते चले गए।

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4. वाहनों पर प्रतिबंध : अधिकृत जानकारी के अनुसार शाम 6 बजे तक करीब सात करोड़ लोग स्नान कर चुके थे और देर रात तक स्नान का क्रम जारी था। हादसे के बाद प्रयागराज से जुड़ी सीमाओं पर होल्डिंग एरिया बनाकर वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया गया था जिसे देर शाम चालू कर दिया गया। श्रद्धालुओं को कुंभ क्षेत्र तक पहुंचाने के लिए 300 से अधिक विशेष ट्रेने चलई गई थी जबकि राज्य परिवहन निगम की बसें सारा दिन श्रद्धालुओं को प्रयागराज पहुंचाती रहीं।

 

5. हादसे पर क्या कहा पुलिस ने : पुलिस उपमहानिरीक्षक वैभव कृष्ण ने यहां एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में यह जानकारी देते हुए कहा कि मरने वालों में 25 की शिनाख्त कर ली गई है जबकि 5 की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं। कुछ घायलों के परिजन अपने मरीज को लेकर चले गए हैं जबकि 36 का इलाज स्थानीय मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा है।

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6. नहीं था वीआईपी प्रोटोकॉल : उन्होंने बताया कि ब्रहृम मुहुर्त से पूर्व प्रात: एक से दो बजे के बीच मेला क्षत्र में अखाड़ा मार्ग पर भारी भीड़ का दबाव बना और भीड़ के इस दबाव में दूसरी ओर के बेरीकेड टूट गए और लोग बेरीकेड फांदकर दूसरी ओर आ गए जहां श्रद्धालु ब्रहृम मुहुर्त का इंतजार कर रहे थे, भीड़ ने उन्हें नहीं देखा और उनको कुचलना शुरू कर दिया।

यद्यपि प्रशासन ने तत्काल राहत एवं बचाव कार्य करते हुए भीड़ को काबू किया और एबुंलेंस से 90 घायलों को अस्पताल पहुंचाया लेकिन इसमें 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। कृष्णा ने बताया कि अमृत स्नान पर्व में आज कोई वीवीआईपी अथवा वीआईपी प्रोटोकाल नहीं था और आगामी अमृत स्नान पर्व में इस तरह की कोई व्यवस्था नहीं की जाएगी।

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7. कहां के थे श्रद्धालु : कृष्ण ने बताया कि मरने वालों में से 25 की पहचान हो चुकी है जबकि अन्य की शिनाख्त की जानी बाकी है। इनमे से कर्नाटक के चार,असम और एक गुजरात का एक-एक श्रद्धालु शामिल है। कुछ घायलों को परिवार के सदस्य लेकर चले गए हैं तथा 36 घायलों का इलाज स्थानीय मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।

 

8. हेल्पलाइन नंबर जारी : उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया है जिस पर घायल के संबंध में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इस समय स्थिति पूरी तरह सामान्य है। हादसे के बाद बगैर विलंब किए ग्रीन कारिडोर बनाकर घायलों को अस्पताल भेजा गया मगर 30 लोगों को बचाया नहीं जा सका। राहत एवं बचाव कार्य में स्थानीय पुलिस के अलावा एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के जवान भी पूरी मुस्तैदी से लगेेे हुए हैं।

9. कमेटी और पुलिस से जांच : योगी ने कहा कि घटना की जांच के लिए हमने पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच आयोग गठित किया है जिसमें पूर्व डीजी वीके गुप्ता और रिटायर्ड आईएएस डीके सिंह शामिल हैं। इसके अलावा सरकार पुलिस से अलग से हादसे के कारणों की जांच कराएगी। सरकार प्रत्‍येक आश्रित को 25 लाख रुपए की आर्थिक मदद देगी।

10. विपक्ष ने योगी पर लगाए आरोप : प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव ने मेले में कुप्रबंधन का आरोप लगाया है।  लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी बदइंतजामी को ही भगदड़ के लिए जिम्मेदार ठहराया है। (इनपुट एजेंसियां)
Edited by : Sudhir Sharma 



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