हर्षा रिछारिया फूट फूट कर रोईं, किया महाकुंभ छोड़ने का एलान



Prayagraj Mahakumbh Harsha Richhariya :  प्रयागराज महाकुंभ का आज 5वां दिन है। महाकुंभ के दौरान बड़ी संख्‍या में श्रद्धालु संगम घाट पर पावन स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। अब तक 7 करोड़ से ज्यादा लोग संगम स्थल पर स्नान कर चुके हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर वायरल हो रही सुंदरी हर्षा रिछारिया ने महाकुंभ छोड़ने का एलान कर दिया। इस दौरान वे फूट फूट कर रो पड़ीं।

 

हर्षा ने कहा कि एक लड़की जो धर्म से जुड़ने आई थी, सनातन धर्म को समझना चाहती थी। उसे इस लायक भी नहीं छोड़ा कि वह पूरे कुंभ में रूक पाए। कुछ संतों की वजह से वे कुंभ छोड़कर जा रही है। ALSO READ: डर के मारे भगवा रंग नहीं पहन रही हर्षा रिछारिया, जानिए क्या है वजह?

 

वायरल सुंदरी ने कहा कि यह एक ऐसा कुंभ है जो हमारे जीवन में केवल एक बार ही आएगा। इस अवसर को आपने मेरे जीवन से छीन लिया। इसके पुण्य का तो पता नहीं, जिन लोगों के कारण मुझे महाकुंभ छोड़ना पड़ रहा है, उन्हें इसका पाप जरूर लगेगा। हर्षा का कहना है कि यहां जो कुछ भी हुआ इसमें उनकी कोई गलती नहीं है। वह पूरे महाकुंभ के लिए यहां आई थीं लेकिन उनका नाम जबरन विवादों में घसीटा गया।

 

हर्षा का दावा है कि वह भगवा नहीं पहन पा रही थी, कुंभ में घूमने के स्थान पर एक कॉटेज में ही कैद होकर रह गई थी। अगर इसी कॉटेज को देखना है तो बेहतर है कि यहां से लौट जाऊ। वे इस बात से भी नाराज हैं कि इस मामले में उनके गुरु कैलाशानंद को भी लपेटा जा रहा है। उनका कहना है कि मैं अपने गुरु के बार में कुछ भी गलत नहीं सून सकती है। 

 

गौरतलब है कि महाकुंभ प्रारंभ होने के बाद से ही हर्षा चर्चा का विषय बनी हुई थी। सोशल मीडिया पर उनके फोटो और वीडियो जमकर वायरल हो रहे थे। इंस्टाग्राम पर मात्र 3 दिन में उनके फॉलोअर्स की संख्‍या बढ़कर 10 लाख से ज्यादा हो गई। ALSO READ: निरंजनी अखाड़े के छावनी प्रवेश के दौरान रथ पर बैठीं हर्षा रिछारिया, क्यों मचा बवाल?

 

बहरहाल निरंजनी अखाड़े की पेशवाई में साधू संतों के साथ रथ पर सवार होना उन्हें खासा महंगा पड़ गया। कई संतों ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने एक बयान जारी कर कहा भी था कि वे साध्वी नहीं है। उन्होंने दावा किया कि वे कभी भी मॉडल नहीं रही हैं।

edited by : Nrapendra Gupta



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