जस्टिन ट्रूडो की रवानगी से कनाडा में रहने वाले भारतीय छात्रों पर क्या होगा असर, 2025 से लागू होगा यह नियम



कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। साथ ही उन्होंने पार्टी नेता के पद से भी इस्तीफा दे दिया है। यह फैसला उन्होंने सरकार और व्यक्तिगत आलोचनाओं के बीच लिया है। पिछले कुछ समय में भारत और कनाडा के रिश्ते जिन घटनाओं की वजह से सबसे खराब दौर में पहुंचे। जस्टिन ट्रूडो ने सितंबर 2023 में कनाडाई संसद में आरोप लगाया था कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार का हाथ है। अब सवाल है कि टूड्रो के इस्तीफे का कनाडा में पढ़ रहे भारतीय छात्रों पर क्या असर होगा। 

 

कनाडा में कितने भारतीय छात्र : कनाडा में पढ़ने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों में 40 प्रतिशत छात्र भारत से हैं। भारतीय उच्चायोग के अनुसार, भारत कनाडा के लिए विदेशी छात्रों का सबसे बड़ा स्रोत देश है। कनाडा में अनुमानित 4,27,000 भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। 

 

ट्रूडो ने किए थे कई बदलाव : 2021 से 2023 के बीच कनाडा भारतीय छात्रों के लिए सबसे लोकप्रिय डेस्टिनेशन था, लेकिन सितंबर 2023 में शुरू हुए कूटनीतिक तनाव ने हालात को बदल दिया। इसके अलावा, कनाडा ने 2024 में अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए वीजा आवेदनों में 35% की कटौती की घोषणा की और 2025 के लिए 10% की और कटौती की गई है।

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इमिग्रेशन नियमों में किया था बदलाव :  कनाडा ने अपने इमिग्रेशन नियमों में बदलाव की घोषणा की थी। जस्टिन ट्रूडो सरकार ने अपने एक्सप्रेस एंट्री सिस्टम में सुधार किया था, जो 2025 से लागू होगा। नए नियमों के तहत नौकरी का ऑफर होने पर अब उम्मीदवारों को अतिरिक्त अंक नहीं मिलेंगे। 

 

कनाडा सरकार का दावा था कि यह कदम लेबर मार्केट इम्पैक्ट असेसमेंट (LMIA) की अवैध खरीद-बिक्री को रोकने के लिए उठाया गया है। इसके साथ ही, बड़ी संख्या में भारतीय काम के उद्देश्य से कनाडा जाते हैं। इन बदलावों का सीधा असर भारतीय समुदाय पर पड़ेगा, क्योंकि नौकरी के लिए अंक न मिलने से स्थायी निवास की संभावना कम हो सकती है। 

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क्या था सरकार का उद्देश्य : कनाडा सरकार का कहना है कि यह बदलाव आव्रजन प्रणाली को सुधारने और धोखाधड़ी कम करने के लिए आवश्यक है। इसके साथ ही, यह सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है कि कनाडा की अर्थव्यवस्था को सही और कुशल लोग मिलते रहें। अब नजरें नई सरकार पर : ट्रूडो के इस्तीफे के बाद कनाडा में तीन महीने बाद होंगे चुनाव। अब सबकी नजरें इस पर है कि वह भारतीय छात्रों को लेकर किस तरह का रुख अपनाती है। Edited by : Sudhir Sharma



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