US attack in Yemen : यमन के हूती विद्रोहियों ने दावा किया कि तेल बंदरगाह रास ईसा को निशाना बनाकर किए गए अमेरिकी हवाई हमलों में 38 लोगों की मौत हो गई है और 102 अन्य घायल हुए हैं। यह हमला 15 मार्च से जारी अमेरिकी हवाई हमलों की श्रृंखला में सबसे घातक हमलों में से एक था।
अमेरिकी सेना की सेंट्रल कमांड ने हमलों की पुष्टि की है, लेकिन हताहतों के बारे में पूछे जाने पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। सेंट्रल कमांड ने एक बयान में कहा कि अमेरिकी बलों ने ईरान समर्थित हूती आतंकवादियों के लिए ईंधन के स्रोत को खत्म करने और उन्हें अवैध राजस्व से वंचित करने के लिए कार्रवाई की, जिसने 10 से अधिक वर्षों से पूरे क्षेत्र को आतंकित करने के हूती प्रयासों को वित्तपोषित किया है।
Destruction of Houthi Controlled Ras Isa Fuel Port
The Houthis have continued to benefit economically and militarily from countries and companies that provide material support to a designated foreign terrorist organization. The Iran-backed Houthis use fuel to sustain their… pic.twitter.com/SRiELV4juk
— U.S. Central Command (@CENTCOM) April 17, 2025
https://platform.twitter.com/widgets.jsअमेरिकी सेना ने बयान में कहा कि इस हमले का उद्देश्य यमन के लोगों को नुकसान पहुंचाना नहीं था, जो सही मायने में हूती आतंक से मुक्ति और शांति से रहना चाहते हैं।
इजराइली की सेना ने बताया कि शुक्रवार को ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों द्वारा इजराइल की ओर एक मिसाइल दागी गई, जिसे इजराइली सेना द्वारा बीच में ही रोक लिया गया। मिसाइल हमले के कारण तेल अवीव और आसपास के इलाकों में सायरन बजने लगे।
हूतियों के अल-मसीरा उपग्रह समाचार चैनल ने रास ईसा बंदरगाह पर हमले के बाद की ग्राफिक फुटेज प्रसारित की, जिसमें घटनास्थल पर लाशें बिखरी दिखाई दे रही थीं। इसने कहा कि बंदरगाह पर अर्द्धचिकित्सक और असैन्य कर्मचारी हमले में मारे गए। चैनल ने भी कहा कि हमले से भीषण विस्फोट हुआ और आग लग गई। (भाषा)
Edited by : Nrapendra Gupta
photo courtesy : us central command X account