जापान को वित्त वर्ष 2024-25 में 5200 अरब येन का व्यापार घाटा, अमेरिका के साथ अधिशेष बढ़ा


टोकियो। जापान (Japan) ने वित्त वर्ष 2024-25 में 5200 अरब येन (37 अरब अमेरिकी डॉलर) का व्यापार घाटा दर्ज किया। वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) की ओर से गुरुवार को जारी अस्थायी आंकड़ों के अनुसार 31 मार्च तक के वित्त वर्ष में जापान का वैश्विक व्यापार घाटा कुल 5200 अरब येन (37 अरब अमेरिकी डॉलर) रहा। लगातार चौथे वर्ष घाटा दर्ज किया गया।ALSO READ: दुनिया में बढ़ा मंदी का खतरा, जापान और EU का अमेरिका पर जवाबी टैरिफ

 

हालांकि अमेरिका के साथ व्यापार अधिशेष (आयात व निर्यात के बीच का अंतर) बढ़कर 9,000 अरब येन (63 अरब अमेरिकी डॉलर) हो गया। जापान का अमेरिका एक महत्वपूर्ण दीर्घकालिक सहयोगी और अमेरिका में प्रमुख निवेशक है, जो सैकड़ों-हजारों अमेरिकियों को रोजगार देता है। हालांकि अमेरिका को निर्यात को लेकर शुल्क बढ़ोतरी का मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है।ALSO READ: कृषि उत्पादों पर 100 फीसदी शुल्क लगाता है भारत, चावल पर अमेरिका से 700 फीसदी शुल्क लेता है जापान

 

अमेरिका ने जापान पर 24 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने की 2 अप्रैल को घोषणा की थी। बाद में इस फैसले को 9 अप्रैल को 90 दिन के लिए टाल दिया गया। जापान को अब भी 10 प्रतिशत मूल शुल्क और आयातित कार, वाहनों के घटक, इस्पात तथा एल्युमीनियम के निर्यात पर 25 प्रतिशत कर का सामना करना पड़ रहा है।

 

आंकड़ों के अनुसार जापान ने मार्च महीने में 544 अरब येन (4 अरब अमेरिकी डॉलर) का व्यापार अधिशेष दर्ज किया। निर्यात में लगातार 6ठे महीने बढ़ोतरी दर्ज की गई और मार्च में यह सालाना आधार पर करीब 4 प्रतिशत बढ़ा। फरवरी की तुलना में वृद्धि धीमी रही। अमेरिका को निर्यात में 3 प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि शेष एशिया को निर्यात 5.5 प्रतिशत बढ़ा। चीन को निर्यात में गिरावट आई जबकि हांगकांग, ताइवान और दक्षिण कोरिया को निर्यात में वृद्धि हुई।(भाषा)

 

Edited by: Ravindra Gupta



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