
कपूरथला, 12 अप्रैल (एस.डी. न्यूज़ एजेंसी)
शिरोमणि अकाली दल यूथ विंग के जिला अध्यक्ष तनवीर सिंह फियाली ने केंद्र सरकार से मांग की है कि बैसाखी जैसे ऐतिहासिक पर्व पर देश की विभिन्न जेलों में बंद सिख कैदियों को रिहा किया जाए। उन्होंने सरकार द्वारा डेरा सिरसा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को बार-बार पैरोल दिए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई और इसे “सरकार की दोहरी नीति” करार दिया।
फियाली ने कहा कि एक ओर जहां कई सिख बंदियों ने अपनी सजा पूरी कर ली है, फिर भी उन्हें रिहा नहीं किया जा रहा है, वहीं बलात्कार और हत्या जैसे गंभीर आरोपों में दोषी डेरा प्रमुख को बार-बार जेल से बाहर लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह सरकार की नीतिगत विफलता है कि श्री गुरु नानक देव जी की 550वीं जयंती पर की गई सिख बंदियों की रिहाई की घोषणा आज तक लागू नहीं हो पाई।
उन्होंने डेरा प्रमुख को 2015 की बरगाड़ी बेअदबी कांड से जुड़ा बताते हुए कहा कि यह व्यक्ति सिखों की धार्मिक भावनाओं का हत्यारा है, लेकिन फिर भी सरकारें उस पर नरमी बरत रही हैं। उन्होंने केंद्र और हरियाणा की भाजपा सरकारों पर “राजनीतिक खेल” खेलने का आरोप लगाया।
फियाली ने देश के गृह मंत्री अमित शाह से विशेष रूप से अपील करते हुए कहा कि **बैसाखी** का पर्व सिख समुदाय के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे पंजाब और देश के लिए ऐतिहासिक महत्व रखता है। ऐसे में इस दिन सिख कैदियों की रिहाई एक सकारात्मक और सांकेतिक कदम होगा, जो सिख मानसिकता पर मरहम का काम करेगा।
उन्होंने कहा कि सिख समुदाय का भारत की आज़ादी और सीमाओं की सुरक्षा में अभूतपूर्व योगदान रहा है। ऐसे में सिख बंदियों की रिहाई से उनके परिवारों में खुशियां लौटेंगी और सरकार का यह कदम सामाजिक समरसता को भी बल देगा।
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