मंगल का कर्क राशि में गोचर: 5 राशियों के लिए रहेगा 45 दिनों तक चुनौती भरा समय


Mars transit in Cancer 2025: मंगल सामान्य रूप से एक राशि में 45 दिनों तक गोचर करते हैं। वर्तमान में 3 अप्रैल 2025 को मंगल का मिथुन राशि से कर्क राशि में गोचर हुआ। कर्क राशि में मंगल 7 जून 2025 तक रहेंगे तथा कर्क राशि में मंगल के गोचर का प्रभाव खराब रहेगा क्योंकि कर्क राशि मंगल की नीच राशि है तथा मंगल अग्नि तत्व का ग्रह है तथा जल तत्व की राशि कर्क में गोचर कर रहे हैं।ALSO READ: Budh uday: बुध ग्रह के मीन राशि में उदय से 4 राशियों को रहना होगा सतर्क, 2 को मिलेगा फायदा

देश दुनिया पर प्रभाव:

इसके प्रभाव से प्रकृति में असामान्य घटनाएं घट सकती है कई जगह वर्षा, हिमपात तथा भूकंप की घटनाएं ज्यादा परेशान करेगी, मंगल साहस, वीरता, लड़ाई, झगड़े का भी कारक माना जाता है मंगल के गोचर की वजह से विश्व में भी अशांति का खतरा तथा हिंसा घटनाएं अपना भयावरूप दिखा सकती है मंगल का गोचर भारत में भी राजनीतिक उथल-पुथल तथा सांप्रदायिक हिंसा को बढ़ावा दे सकता है। ग्रहों के सेनापति मंगल युद्ध, क्रोध, साहस, आवेग, भूमि के कारक माने जाते हैं मंगल का कर्क राशि में जाना ज्योतिषी दृष्टिकोण से अच्छा नहीं माना जाता मंगल का नीच राशि कर्क में गोचर प्राकृतिक आपदाएं तथा जन-धन की हानि करवा सकता है।

 

मंगल के राशि परिवर्तन से कई राशियों पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा मंगल के गोचर की वजह से मिथुन, कर्क, सिंह, धनु तथा मकर राशि के जातकों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है इन राशियों के लिए 7 जून तक का समय नकारात्मक प्रभाव रखने वाला होगा।ALSO READ: मीन राशि में शनि का उदय, 4 राशियों को होगा बड़ा फायदा

 

1. मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातकों के लिए मंगल का गोचर द्वितीय भाव में होगा, इन राशि वाले जातकों के लिए द्वितीय भाव में मंगल अपनी नीच राशि में विराजमान होंगे। जिस वजह से इन लोगों के पारिवारिक जीवन में अशांति हो सकती है तथा धन भाव के अंदर मंगल के होने से आर्थिक हानि का भी सामना करना पड़ सकता है। मंगल के द्वितीय भाव में होने से व्यक्ति का स्वास्थ्य भी प्रभावित रहेगा।

 

2. कर्क राशि: कर्क राशि के जातकों के लिए मंगल का गोचर लग्न भाव में होगा। लग्न भाव में नीच राशि पर मंगल के होने के कारण मंगल की दृष्टि सप्तम भाव पर होगी। जिस कारण व्यक्ति का अपने जीवन साथी के साथ में मतभेद या तनाव हो सकता है। स्वास्थ्य की दृष्टि से भी मंगल का यह गोचर कर्क राशि वालों के लिए अच्छा नहीं है। अष्टम भाव पर मंगल की दृष्टि की वजह से व्यक्ति के जीवन में दुर्घटना होने की संभावना है।

 

3. सिंह राशि: सिंह राशि के जातकों के लिए मंगल का गोचर द्वादश भाव में होगा। द्वादश भाव में मंगल के होने के कारण व्यक्ति का स्वास्थ्य खराब रहेगा तथा स्वास्थ्य की वजह से आर्थिक हानि भी हो सकती है। मंगल की दृष्टि तृतीय भाव पर होने के कारण व्यक्ति का अपने भाई बंधुओ से विवाद तथा मतभेद हो सकते हैं एवं इस राशि के लोग शत्रुओं से परेशान रहेंगे।ALSO READ: शुक्र की मीन राशि में वक्री चाल, 4 राशियों का होगा बुरा हाल

 

4. धनु राशि: धनु राशि के जातकों के लिए मंगल का गोचर अष्टम भाव में होगा, अष्टम भाव में मंगल के होने के कारण व्यक्ति को दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ सकता है तथा मंगल की दृष्टि धन भाव पर होने की वजह से आर्थिक हानि के योग बनेंगे। अतः व्यक्ति विवादित चीजों से सावधान रहे एवं आर्थिक लेनदेन में सतर्क रहें।

 

5. मकर राशि: मकर राशि के जातकों के लिए मंगल का गोचर सप्तम भाव में होगा, सप्तम भाव में मंगल के होने के कारण व्यक्ति का अपने जीवन साथी के साथ में विवाद मतभेद हो सकते हैं अथवा जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रह सकती है। मंगल का यह गोचर मकर राशि वालों के लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ाएगा, जिससे व्यक्ति का कामकाज प्रभावित हो सकता है।



Source link

Leave a Reply

Back To Top