Narendra Modi news in hindi : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को एनएक्सटी सम्मेलन में कहा कि उनका वोकल फॉर लोकल अभियान अब रंग ला रहा है क्योंकि भारतीय उत्पाद वैश्विक हो रहे हैं और दुनिया भर में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया दशकों तक भारत को अपने बैक ऑफिस के रूप में देखती रही, लेकिन देश अब दुनिया के कारखाने के रूप में उभर रहा है अब भारत कार्यबल नहीं बल्कि एक विश्व शक्ति है।
मोदी ने कहा कि देश ‘सेमीकंडक्टर’ और विमानवाहक पोत बना रहा है तथा इसके मखाना और बाजरा जैसे ‘सुपरफूड’ (न्यूनतम कैलोरी और अधिकतम पोषक तत्व वाले खाद्य पदार्थ), आयुष उत्पाद तथा योग को दुनिया भर में अपनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत एक प्रमुख ऑटोमोबाइल उत्पादक बन गया है और इसका रक्षा निर्यात बढ़ रहा है।
मोदी ने कहा कि भारत को बिना किसी लीपा-पोती के वैसा ही पेश किया जाना चाहिए जैसा वह है। उन्होंने कहा कि इसे किसी तरह के दिखावे की जरूरत नहीं है। देश की असली कहानियां दुनिया तक पहुंचनी चाहिए।
कई साल पहले मैंने Vocal for Local and Local for Global का विजन देश के सामने रखा था। आज हम इस विजन को सच्चाई में बदलते हुए देख रहे हैं।
आज हमारे आयुष प्रॉडक्ट्स और योग, Local से Global हो गए हैं।
आज भारत के सुपरफूड, हमारा मखाना, Local से Global हो रहा है।
भारत के…
— BJP (@BJP4India) March 1, 2025
https://platform.twitter.com/widgets.jsप्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली राजग सरकार का तीसरी बार फिर से चुना जाना लोगों के भरोसे को दर्शाता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत का नया वैश्विक समाचार चैनल देश की उपलब्धियों को विदेशों तक ले जाएगा। दुनिया 21वीं सदी में भारत की ओर देख रही है और देश लगातार सकारात्मक खबरें पैदा कर रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत अब कई वैश्विक पहलों का नेतृत्व कर रहा है। उन्होंने हाल में एआई शिखर सम्मेलन की सह-मेजबानी और जी-20 की भारत की अध्यक्षता का जिक्र किया। मोदी ने महाकुंभ का जिक्र करते हुए कहा कि इसने कार्यक्रमों का आयोजन करने के भारत के कौशल और नवोन्मेष को उजागर किया।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने कई अप्रचलित कानूनों को निरस्त कर दिया है। अंग्रेजों के एक कानून के तहत 10 या उससे अधिक लोगों के नृत्य करने को अपराध माना गया था और यह कानून तब तक लागू रहा जब तक कि उनकी सरकार ने इसे निरस्त नहीं कर दिया।
edited by : Nrapendra Gupta