एक्जाम का दौर शिक्षक,अभिभावक और विद्यार्थी गंभीरता दिखाएं,अतिगंभीरता का दबाव ना ले – संयुक्त अभिभावक संघ
एक-दूजे को बताएं कि वह भी अभिभावक है,हम एक-दूसरे के संरक्षक है – अभिषेक जैन बिट्टू

जयपुर/ज्ञानप्रवाह न्यूज,दि.25 फरवरी 2025। देश हो या प्रदेश निजी स्कूलों हो या सरकारी स्कूल, उच्च शिक्षा हो या जरूरी स्कूली शिक्षा प्रत्येक में महत्वपूर्ण पल अगर आता है तो वह एक्जाम है जिसको लेकर प्रत्येक वर्ग,प्रत्येक एक्सपर्ट, शिक्षक, अभिभावक और विद्यार्थी अति गंभीरता दिखाते है जिसके चलते एक दूसरे के दबाव में आ जाते है। जिसके चलते मानसिक तनाव बढ़ जाता है। परीक्षा को सरल समझना चाहिए और नियमित जो कार्य करते है वह करते रहना चाहिए।
संयुक्त अभिभावक संघ ने कहा कि परीक्षा के दबाव से ना केवल विद्यार्थियों को बचना चाहिए बल्कि अभिभावक और शिक्षक को भी परीक्षा का दबाव महसूस नहीं करना चाहिए, जब कभी भी किसी भी वर्ग को दबाव महसूस हो तो एक दूसरे का अभिभावक का अहसास करवाना चाहिए, जो संरक्षक की भूमिका का महत्वपूर्ण पद और जिम्मेदारी है।
राजस्थान प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि हमारे देश और प्रदेश की विडंबना है कि हर कोई अपनी जाति,धर्म, प्रोसेशन इत्यादि को बहुत गंभीरता से देखते है जबकि कोई भी अपने आपको अभिभावक के नजरिए से एक दूसरे को नहीं देखता,जबकि प्रत्येक वर्ग को समझना चाहिए अभिभावक केवल माता-पिता को नहीं कहा गया, जो एक दूसरे के संरक्षक है उन्हें अभिभावक कहा गया है।माता-पिता तो अटूट अभिभावक है ही किंतु दादा-दादी, नाना- नानी,चाचा-चाची,मामा-मामी,भाई-भाभी, बहन जिजाजी, दोस्त,रिश्तेदार, विद्यार्थी, डॉक्टर,शिक्षक,संचालक,पुलिस,पत्रकार, इंजीनियर्स, एडवोकेट,व्यापारी,ऑफिसर, सरकार,प्रशासन सभी अभिभावक है यह बात हम सभी को समझनी चाहिए और एक-दूसरे को भी समझनी चाहिए। खासकर स्कूलों में तो लगातार अभिभावकों की भूमिका पर चर्चा होनी चाहिए,ऐसी चर्चाएं विद्यार्थियों में ना केवल पढ़ाई का दबाव कम करेगी बल्कि उन्हें अच्छी शिक्षा और शिक्षा का सम्मान करना भी सिखाएगी। प्रत्येक वर्ग (एक्सपर्ट) को भी समझना चाहिए कि वह एक्सपर्ट बाद में है पहले अभिभावक है। जिस दिन यह बदलाव देखने को मिल जाएगा उस दिन से ना केवल विद्यार्थी तनाव मुक्त हो जाएगा बल्कि शिक्षक सहित सभी एक्सपर्ट भी तनाव मुक्त हो जाएंगे और अच्छी शिक्षा व्यवस्था पूरी सुरक्षा और संरक्षण के साथ स्थापित होने लग जाएगी।