Telangana Tunnel accident : तेलंगाना में शनिवार को श्रीशैलम सुरंग नहर परियोजना के निर्माणाधीन खंड की छत का एक हिस्सा ढह जाने से 8 व्यक्ति अंदर फंस गए। फंसे हुए लोगों में से 2 व्यक्ति इंजीनियर और 2 ऑपरेटर हैं। 4 अन्य मजदूर हैं। ये सभी उत्तर प्रदेश, झारखंड, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं। रविवार को भी उन्हें बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान जारी है। सरकार रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की भी मदद ले रही है। कोयला खननकर्ताओं के 19 विशेषज्ञों की एक टीम भी बचाव कार्य में जुटी हुई है।
तेलंगाना के सिंचाई मंत्री एन. उत्तम कुमार रेड्डी ने बताया कि राज्य सरकार विशेषज्ञों की मदद ले रही है, जिनमें पिछले साल उत्तराखंड में इसी तरह की घटना में फंसे श्रमिकों को बचाने वाले लोग भी शामिल हैं।
Two short videos taken during the visit to the accident site in SLBC tunnel and interaction with the American project manager today.
The 44 km tunnel is envisaged to supply 30 TMC of irrigation water to the fluoride affected & backward areas of Nalgonda district. pic.twitter.com/I5wSR8h2Xp
— Uttam Kumar Reddy (@UttamINC) February 22, 2025
https://platform.twitter.com/widgets.jsबताया जा रहा है कि घटनास्थल पर बहुत सारा मलबा जमा हो गया है, इसलिए बचाव दल आगे बढ़ने और किसी भी संभावित खतरे का पता लगाने के लिए ड्रोन का उपयोग कर रहे हैं। टीमें अंदर जाने से हिचकिचा रही हैं, क्योंकि अंदर से अभी भी तेज आवाजें आ रही हैं।
NDRF के डिप्टी कमांडर सुखेंदु ने कहा कि मलबे से 200 मीटर का पैच भरा हुआ है। जब तक इस मलबे को साफ नहीं किया जाता, हम फंसे हुए श्रमिकों का सही स्थान नहीं जान पाएंगे और उन्हें बचा नहीं पाएंगे। सुरंग के 11-13 किलोमीटर के बीच के पैच में पानी भरा हुआ है और जब तक पानी नहीं निकाला जाता, तब तक मलबा साफ करने का काम शुरू नहीं होगा।
क्या है श्रीशैलम परियोजना : तेलंगाना सरकार में मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा कि नलगोंडा जिले में चार लाख एकड़ भूमि की सिंचाई के लिए श्रीशैलम परियोजना के तहत पानी की व्यवस्था के लिए दुनिया की सबसे लंबी 44 किलोमीटर लंबी सुरंग पर काम शुरू हुआ है। उन्होंने कहा कि 44 किलोमीटर में से करीब 9.50 किलोमीटर पर काम होना बाकी है।
कैसे हुआ हादसा : शनिवार सुबह पहली पाली में 50 लोग 200 मीटर लंबी सुरंग बोरिंग मशीन लेकर सुरंग के अंदर गए। कार्य के सिलसिले में वे सुरंग के अंदर 13.5 किलोमीटर तक गए थे, तभी अचानक छत ढह गई। मशीन के आगे चल रहे दो इंजीनियरों समेत 8 सदस्य फंस गए, जबकि 42 अन्य सुरंग के बाहरी गेट की ओर भागे और बाहर आ गए। विशेषज्ञों की मदद से उन्हें बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। पानी निकालने की प्रक्रिया जारी है…यह एक सतत प्रक्रिया है जो जटिल है।
Deeply distressed to learn about the tunnel roof collapse in Telangana. My thoughts are with those trapped inside and their families at this difficult time.
I have been informed that rescue operations are underway, and the state government along with disaster relief teams are…
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 22, 2025
https://platform.twitter.com/widgets.jsसीएम रेड्डी ने पीएम मोदी से की बात : मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने प्रधानमंत्री को स्थिति से अवगत कराया तथा बताया कि फंसे हुए लोगों को बचाने के प्रयास जारी हैं। रेड्डी ने यह भी बताया कि राज्य के मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी और जुपल्ली कृष्ण राव घटनास्थल पर मौजूद हैं और बचाव कार्यों की देखरेख कर रहे हैं।
edited by : Nrapendra Gupta