स्वच्छ वारी, निर्मल वारी के साथ-साथ सुरक्षित वारी की अवधारणा को लागू किया जाना चाहिए -मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे
मुख्यमंत्री द्वारा वारी महाराष्ट्र धर्म कॉपी टेबल बुक का प्रकाशन
मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना पर प्रस्तुति देते कला दल को मुख्यमंत्री द्वारा पूरे प्रदेश में जनजागरूकता लाने का कार्य किया जा रहा है
पंढरपुर /ज्ञानप्रवाह न्यूज, दिनांक 17:- आषाढ़ी वारी की पृष्ठभूमि में की जा रही स्वच्छ वारी निर्मल वारी जैसी गतिविधियां बहुत महत्वपूर्ण हैं और इससे लोगों में स्वच्छता के प्रति जन जागरूकता पैदा हो रही है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भविष्य में स्वच्छ वारी के साथ-साथ सुरक्षित वारी की अवधारणा को भी लागू करने की अपील की।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पंढरपुर पंचायत समिति क्षेत्र में आयोजित स्वच्छ वारी निर्मल वारी कार्यक्रम के समापन पर मार्गदर्शन कर रहे थे. स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत,जिला कलेक्टर कुमार आशीर्वाद, जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनीषा आव्हाले, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी संदीप कोहिनकर, स्वच्छता और जल आपूर्ति उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमोल जाधव, कृषि भूषण गोविंदराव पवार, मुख्य वित्त और लेखा अधिकारी मीनाक्षी वाकडे, जिला संयोजक सचिन जाधव एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री शिंदे ने आगे कहा कि स्वच्छ वारी, निर्मल वारी जैसी गतिविधियों के माध्यम से स्वच्छता के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण भी करना जरूरी है. पर्यावरण असंतुलन के कारण सन स्ट्रोक और हीट स्ट्रोक की घटनाएं बढ़ी हैं। इसके विकल्प के रूप में अधिक से अधिक वृक्षारोपण को सभी को गंभीरता से लेना चाहिए।इस अवसर पर उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे बांस की खेती को महत्व दें क्योंकि बांस लगाने से बड़ी मात्रा में ऑक्सीजन मिलती है।
पर्यावरण के महत्व को समझते हुए हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देश के नागरिकों से अपनी मां के नाम पर एक पेड़ लगाने की अपील की है। तदनुसार, राज्य के प्रत्येक नागरिक को वृक्षारोपण को प्राथमिकता देनी चाहिए। साथ ही, राज्य के प्रत्येक नगर निगम को एक लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य दिया जाएगा और इसके माध्यम से शहरी वन की अवधारणा को पूरे राज्य में लागू किया जाएगा, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया।
पंढरपुर शहर में, असाढ़ी बाढ़ की पृष्ठभूमि में, स्वास्थ्य विभाग द्वारा चार सामान्य स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए, जिसमें अब तक दस लाख नागरिक लाभान्वित हुए हैं। इन स्वास्थ्य शिविरों से वारकरी भक्तों को स्वास्थ्य अच्छी मिल सकी है। मुख्यमंत्री शिंदे ने बताया कि 65 एकड़ में गहन चिकित्सा इकाई स्थापित कर वारकरी भक्तों को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने राज्य सरकार की ओर से चलायी जा रही माझी लड़की बहिन योजना सहित अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं की भी जानकारी दी।
कॉफ़ी टेबल बुक का प्रकाशन-
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और गणमान्य व्यक्तियों ने जिला परिषद के ग्राम विकास विभाग द्वारा स्वच्छ वारी निर्मल वारी के अवसर पर कॉफी टेबल बुक ‘वारी महाराष्ट्र धर्म’ का विमोचन किया। साथ ही ग्राम स्वच्छता विभाग के लोगो का अनावरण किया गया।
जिला परिषद की कला टीम का गौरव और राज्यभर में कला प्रस्तुत करने का अवसर-
स्वच्छ वारी निर्मल वारी कार्यक्रम में कला दल की ओर से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना के जन जागरूकता कार्य का प्रस्तुतिकरण दिया गया. इस कला दल की प्रस्तुति पद्धति अलग होने के कारण मुख्यमंत्री ने पूरे राज्य में इस योजना का प्रचार-प्रसार करने का काम जिला परिषद के इस कला दल को दिया और इस कला दल के काम को गौरवान्वित कर उनका आर्थिक उत्थान करने का भी प्रयास किया।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनीषा आव्हाले ने अपने परिचय में स्वच्छ वारी, निर्मल वारी पहल के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस वर्ष आषाढ़ी वारी को देखते हुए ग्रामीण विकास विभाग ने जिला परिषद को दस करोड़ रुपये की अच्छी-खासी निधि दी है । जिसकी वजहसे जिला परिषद कों भाविकोंको आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने में सक्षम हो सकी. समापन समारोह में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए थे।