इलेक्ट्रोहोम्योपैथी चिकित्सक आंदोलन की तैयारी में
पुणे/ज्ञानप्रवाह न्यूज,ता.17/07/2024- भले ही बॉम्बे हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने राज्य में इलेक्ट्रोहोम्योपैथी डॉक्टरों को मेडिकल प्रैक्टिस करने की अनुमति दे दी है, लेकिन स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा फर्जी मेडिकल प्रैक्टिस के रूप में गंभीर मामले दर्ज किए जा रहे हैं। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.सतीश जगदाले ने जानकारी दी है कि संगठन ने इस अन्याय को तोड़ने के लिए 22 जुलाई 2024 से आजाद मैदान मुंबई में भूख हड़ताल शुरू करने का निर्णय लिया है.
इलेक्ट्रोहोम्योपैथी एक प्राकृतिक हर्बल औषधि है जो बहुत सस्ता, त्वरित प्रभावी और दुष्प्रभाव मुक्त उपचार है। इस चिकित्सा पद्धति में लगभग 30 हजार डॉक्टर पिछले कई वर्षों से अपना चिकित्सा व्यवसाय कर रहे हैं, हालांकि उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय ने संबंधित पेशेवरों को अंतिम अनुमति दे दी है, लेकिन स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा सरकार के उचित कानूनी नियमों की कमी के कारण उनके खिलाफ गंभीर अपराध दर्ज किए जा रहे हैं।
इस समस्या का स्थायी समाधान खोजने के लिए 30 अक्टूबर 2023 को महाराष्ट्र सरकार द्वारा एक सरकारी समिति नियुक्त की गई थी। इस समिति की रिपोर्ट आठ महीने बाद 4 जुलाई, 2024 को सरकार को सौंपी गई है। इसके बाद हाल ही में आयोजित सत्र में इस रिपोर्ट की सिफारिशों को स्वीकार करने और तत्काल निर्णय लेने का अनुरोध किया गया है संबंधित मुद्दों पर राज्य भर के डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री से लेकर उपमुख्यमंत्री, चिकित्सा शिक्षा मंत्री तक हजारों पत्र भेजकर तत्काल समाधान का अनुरोध किया है.
कोर्ट के आदेश के बावजूद भी सरकार की ओर से कोई उचित नियमन नहीं होने और ऐसे अपराध दर्ज करने और समाज में बदनामी पाने के बजाय हजारों डॉक्टर 22 जुलाई 2024 से आजाद मैदान मुंबई में आमरण अनशन करने जा रहे हैं। मुंबई के आज़ाद मैदान में विरोध प्रदर्शन की बात महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष डॉ.सतीश जगदाले, महाराष्ट्र प्रदेश महासचिव डॉ. प्रशांत सोनावणे ने बता दि है.