Wayanad landslide : वायनाड में हुए विनाशकारी भूस्खलन के बीच, एक जंगल में फंसे 4 बच्चों सहित एक आदिवासी परिवार को वन अधिकारियों ने दिलेरी दिखाते हुए सुरक्षित निकाल लिया। वायनाड के पनिया समुदाय से ताल्लुक रखने वाला यह परिवार पहाड़ी पर स्थित एक गुफा में फंस गया था, जिससे लगी एक गहरी खाई थी। ALSO READ: वायनाड में रेस्क्यू ऑपरेशन का 5वां दिन, मलबे में जिंदगी तलाशने जुटे 1,300 से अधिक बचावकर्मी
कलपेट्टा रेंज के वन अधिकारी के. हशीस के नेतृत्व में चार सदस्यीय दल गुरुवार को एक आदिवासी परिवार को बचाने के लिए जंगल के भीतर खतरनाक रास्तों पर निकल पड़ा। वन अधिकारियों के दल को गुफा तक पहुंचने में साढ़े चार घंटे से अधिक समय लग गया।
शुक्रवार को सोशल मीडिया पर, एक अधिकारी द्वारा एक बच्चे को गोद में उठाए जाने का दृश्य वायरल हो गया। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने सोशल मीडिया पर, वन अधिकारियों के साहसिक प्रयास की सराहना की।
Wayanad rescue teams who dangerously trekked deep into the forest in hope for survivors, rescued 4 toddlers hiding in a cave
Kalpetta Range Forest Officer spotted the mother wandering around dense Attamala forest in search of food for her family who were starved for nearly 5… pic.twitter.com/U0luRWNlch
— Nabila Jamal (@nabilajamal_) August 3, 2024
https://platform.twitter.com/widgets.jsहशीस ने बताया कि उन्हें गुरुवार को एक महिला और चार साल का बच्चा वन क्षेत्र के निकट मिला। उनसे पूछताछ करने पर पता चला कि तीन और बच्चे और उनका पिता एक गुफा में फंसे हुए हैं और उनके पास खाने के लिए कुछ नहीं है। ALSO READ: Wayanad landslide: खंडहर हुआ मनमोहक हरियाली में बना स्कूल, शोक में डूबे शिक्षक
हशीस ने बताया कि परिवार जनजातीय समुदाय के एक विशेष वर्ग से ताल्लुक रखता है, जो आमतौर पर बाहरी लोगों से घुलना-मिलना पसंद नहीं करता। वे आम तौर पर वनोंत्पादों पर निर्भर रहते हैं और उन चीजों को स्थानीय बाजार में बेचकर चावल खरीदते हैं। लेकिन ऐसा लगता है कि भूस्खलन और भारी बारिश के कारण उनके पास खाने के लिए कुछ नहीं बचा था।
वन रेंज अधिकारी ने आदिवासी परिवार को बचाने के लिए चलाये गए खतरों से भरे बचाव अभियान का विवरण साझा किया। उन्होंने बताया कि उन्हें भारी बारिश के बीच, फिसलन भरी और खड़ी चट्टानों पर चढ़ाई करनी पड़ी।
Daring rescue of stranded tribal kids by Kerala foresters in the aftermath of Wayanad landslides risking their lives. Salute to all unsung heroes #WayanadLandslide video credits Kerala Forest Dept pic.twitter.com/YHF2Balbyc
— Supriya Sahu IAS (@supriyasahuias) August 3, 2024
https://platform.twitter.com/widgets.jsहशीस ने कहा कि बच्चे काफी सहमे और थके हुए थे, हम जो कुछ भी साथ ले गए थे उन्हें खाने के लिए दिया। काफी समझाने-बुझाने के बाद उनके पिता हमारे साथ आने के लिए राजी हो गए। हमने बच्चों को अपने शरीर से बांध लिया और नीचे उतरना शुरू कर दिया।
उन्हें अट्टमाला कार्यालय लाया गया, जहां बच्चों को खाना खिलाया गया और कपड़े तथा जूते दिए गए। फिलहाल उन्हें वहां रखा गया है। बच्चे अब सुरक्षित हैं।
हशीस के साथ, खंड वन अधिकारी बी.एस जयचंद्रन, बीट वन अधिकारी के अनिल कुमार और त्वरित प्रतिक्रिया दल के सदस्य अनूप थॉमस ने आदिवासी परिवार को बचाने के लिए सात किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की।