Weather Updates: देशभर में वर्षा का दौर जारी, बारिशजनित घटनाओं में अनेक की मौत


Weather Updates: देशभर में वर्षा (rain) का दौर जारी है। बारिशजनित घटनाओं में अनेक लोगों की मौत हो चुकी है। आईएमडी (IMD) के अनुसार अभी घोर बारिश का दौर जारी रहेगा। गंगा के तटीय क्षेत्र पश्चिम बंगाल और उससे सटे बांग्लादेश पर चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव में गंगा के तटीय क्षेत्र पश्चिम बंगाल और उससे सटे झारखंड पर कम दबाव का क्षेत्र बना है। इससे जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। इसके पश्चिम उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ने और अगले 24 घंटों के दौरान और अधिक स्पष्ट होने की संभावना है।

 

यूपी में बारिश से संबंधित घटनाओं में 7 लोगों की मौत : लखनऊ से मिले समाचारों के अनुसार उत्तरप्रदेश में पिछले 24 घंटे की अवधि के दौरान बारिश संबंधी घटनाओं में 7 लोगों की मौत हो गई। राज्य के राहत आयुक्त कार्यालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। राहत आयुक्त कार्यालय के बयान के अनुसार राज्य के 75 में से 5 जिले बलिया, लखीमपुर खीरी, फर्रुखाबाद, सीतापुर और बहराइच बाढ़ से प्रभावित हैं, जहां राहत तथा बचाव कार्य जारी है।

 

बयान के अनुसार एटा जिले में 4 लोगों की मौत हो गई जबकि प्रयागराज, प्रतापगढ़ और चित्रकूट में 11 व्यक्ति की जान चली गई। इसने बताया कि ये मौतें आकाशीय बिजली गिरने, डूबने और सांप के काटने से संबंधित हैं। राहत आयुक्त कार्यालय के अनुसार मौतें गुरुवार से शुक्रवार शाम 6 बजे के बीच 24 घंटे की अवधि में दर्ज की गईं। इसने बताया कि सिंचाई विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक बदायूं में कछला पुल पर गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

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उत्तराखंड में 10 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं को बचाया : रुद्रप्रयाग से मिले समाचारों के अनुसार बारिश से क्षतिग्रस्त केदारनाथ पैदल रास्ते में फंसे श्रद्धालुओं को निकालने के लिए जारी बचाव अभियान में शुक्रवार को वायुसेना के चिनूक और एमआई17 हेलीकॉप्टर भी शामिल हो गए। यहां राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार सुबह से शुरू हुए बचाव अभियानों में केदारनाथ मार्ग से अब तक 10 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।

 

इनमें से करीब 1,500 लोगों को हेलीकॉप्टर के जरिए निकाला गया जबकि अन्य को राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) सहित अन्य एजेंसियों ने वैकल्पिक रास्तों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।

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आपातकालीन केंद्र ने बताया कि शुक्रवार को 723 लोगों को हैलीकॉप्टर के जरिए निकाला गया जबकि 4,255 अन्य को वैकल्पिक रास्तों से सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया। हालांकि दोपहर करीब 2.45 बजे केदारनाथ में मौसम खराब होने के कारण हेलीकॉप्टर से चल रहा बचाव अभियान बंद करना पड़ा। केंद्र के अनुसार केदारनाथ के विभिन्न पड़ावोंकेदारनाथ, भीमबली और गौरीकुंड में अब भी 1200 से 1350 श्रद्धालु फंसे हुए हैं।

 

रुद्रप्रयाग जिला पूर्ति अधिकारी केएस कोहली ने बताया कि गुरुवार से ही विभिन्न पड़ावों में फंसे श्रद्धालुओं के लिए खाद्य पैकेट, पेयजल तथा अन्य जरूरी सामान उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार तक लगभग 18000 खाद्य पैकेट और करीब 35 हजार पानी की बोतलें उपलब्ध करवाई जा चुकी हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 'पीटीआई वीडियो' के साथ बातचीत में कहा कि भारी बारिश से काफी नुकसान हुआ है लेकिन पूरी सरकारी मशीनरी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, जिला प्रशासन और प्रदेश का आपदा प्रबंधन विभाग बचाव कार्यों में जुटा है।

 

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय को किए गए मेरे अनुरोध पर भारतीय वायुसेना के चिनूक और एमआई 17 हेलीकॉप्टर भी बचाव अभियान में शामिल हो गए हैं। धामी ने उम्मीद जाहिर की कि अगर मौसम अच्छा रहता है तो फंसे हुए सभी श्रद्धालुओं को शाम तक निकाल लिया जाएगा। बुधवार रात अतिवृष्टि और बादल फटने के कारण लिंचोली, भीमबली, घोड़ापड़ाव और रामबाड़ा सहित कई स्थानों पर मार्ग बह गया जबकि अन्य जगहों पर पहाड़ी से भूस्खलन और बड़ेबड़े पत्थर गिरने से रास्ता क्षतिग्रस्त हो गया। इससे जगहगह श्रद्धालु फंस गए।

 

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी फोन पर धामी से राज्य में वर्षा से प्रभावित क्षेत्रों में चलाए जा रहे बचाव और राहत अभियान की जानकारी ली तथा उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। धामी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में बताया कि उन्होंने केंद्रीय मंत्री को फोन पर विस्तार से प्रभावित क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर जारी राहत एवं बचाव कार्यों के बारे में अवगत कराया।

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इस बीच रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने लोगों की सहायता के लिए 2 हेल्पलाइन नंबर  7579257572 और 01364233387 तथा एक इमरजेंसी नंबर 112 भी जारी किया है जिस पर फोन करके वे यात्रा मार्ग पर फंसे अपने परिजनों के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।

 

केदारनाथ पैदल रास्ते में कई जगह भूस्खलन होने से यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए केदारनाथ यात्रा फिलहाल स्थगित है। इस संबंध में रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन की ओर से गुरुवार को यात्रियों को एक परामर्श जारी कर कहा गया था कि केदारनाथ दर्शनों के लिए रुद्रप्रयाग तक पहुंचे तीर्थयात्री फिलहाल जहां हैं, वहीं सुरक्षित रूके रहें और फिलहाल अपनी केदारनाथ धाम यात्रा को स्थगित कर दें।

 

मुख्यमंत्री ने देर शाम प्रदेश के गृह सचिव शैलेश बगौली, गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय और पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार को बुलाकर उनसे आपदा की स्थिति एवं राहत कार्यों की जानकारी ली। धामी उनसे केदारनाथ में फंसे यात्रियों की सकुशल वापसी की व्यवस्था के साथ ही केदारनाथ पैदल मार्ग पर जल्द आवाजाही सुनिश्चित कराने को कहा। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि चारधाम यात्रा मार्ग में अतिवृष्टि के कारण रास्ता बाधित होने की स्थिति में श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर रोक लिया जाए।

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राजस्थान के कई इलाकों भारी से बेहद भारी बारिश : जयपुर से मिले समाचारों के अनुसार राजस्थान में बीते 24 घंटे के दौरान भारी से बेहद भारी बारिश हुई। बीकानेर जिले के खाजूवाला में सबसे अधिक 19 सेंटीमीटर बारिश हुई। मौसम विभाग ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

 

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के जयपुर केंद्र के अनुसार सुबह 8 बजकर 30 मिनट तक पिछले 24 घंटे की अवधि के दौरान सवाई माधोपुर के मलारना डूंगर में 14 सेंटीमीटर, खंडार (सवाई माधोपुर), चौमू (जयपुर) और श्रीमाधोपुर (सीकर) में 12 सेंटीमीटर, जमवारामगढ़ और पावटा (जयपुर) में 11 सेंटीमीटर बारिश हुई। बारिश प्रभावित क्षेत्र के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति रही।

 

टोंक जिले के बोरखंडी कलां में एक स्थानीय बांध का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया जिसके बाद निचले इलाकों में पानी भर गया। इसके अनुसार आगामी 24 घंटे के दौरान अजमेर, बीकानेर और जोधपुर संभाग के कई जिलों में मानसून सक्रिय रहने तथा कहींकहीं भारी और कहीं अति भारी बारिश की प्रबल संभावना है।

 

इसके अनुसार आज झारखंड के ऊपर कम दबाव का एक क्षेत्र बन गया है। इसके अगले 48 घंटे में और तीव्र होने तथा मध्यप्रदेश से होकर राजस्थान की ओर आगे बढ़ने की प्रबल संभावना है। इसके प्रभाव से दक्षिणपूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में 3 अगस्त से भारी बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी की प्रबल संभावना है। इसका सर्वाधिक प्रभाव 45 अगस्त को राज्य के दक्षिणीपूर्वी तथा पश्चिमी भागों में देखने को मिल सकता है।

 

इस दौरान कोटा, उदयपुर संभाग में 4 अगस्त को कहींकहीं भारी से अति भारी बारिश तथा 12 स्थानों पर अत्यंत भारी बारिश (200 मिलीमीटर से अधिक) होने की प्रबल संभावना है। इसके अलावा जयपुर, अजमेर, जोधपुर और बीकानेर संभाग के कुछ भागों में 4 से 6 अगस्त के दौरान कहींकहीं भारी तथा कहींकहीं अति भारी बारिश के आसार हैं।

 

बिहार के 9 जिलों के लिए भारी बारिश का 'रेड अलर्ट' जारी : पटना से मिले समचारों के अनुसार भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुलेटिन में कहा कि अगले 23 दिन में औरंगाबाद, बांका, भागलपुर, गया, जमुई, कटिहार, मुंगेर, नवादा और रोहतास जिलों में अलगअलग स्थानों पर मेघ गर्जन/आकाशीय बिजली के साथ अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है।

 

रेड अलर्ट का मतलब है 'कदम उठाएं', 'ऑरेंज अलर्ट' का मतलब है 'सतर्क रहें', 'येलो अलर्ट' का मतलब 'निगरानी बनाए रखें और जानकारी हासिल करते रहें' और 'ग्रीन अलर्ट' का मतलब है 'कोई कदम उठाने की जरूरत नहीं। बुलेटिन में कहा गया है कि कटिहार, रोहतास, औरंगाबाद और गया जिलों में कुछ स्थानों पर अगले 45 दिन में भारी बारिश का 'येलो अलर्ट' भी जारी किया गया है।

 

इसमें कहा गया कि अगले 45 दिनों में राज्य के अधिकांश हिस्सों में 1 या 2 स्थानों पर तेज हवा (3040 किमी प्रति घंटे) और मेघ गर्जन एवं आकाशीय बिजली के साथ बारिश की संभावना है। राज्य सरकार ने लोगों से मौसम से संबंधित जानकारी पर नजर बनाए रखने को कहा है।

 

मूसलधार बारिश से प्रभावित रांची व देवघर में एनडीआरएफ की टीम तैनात : रांची से मिले समाचारों के अनुसार झारखंड की राजधानी रांची और देवघर में लगातार बारिश से प्रभावित निचले इलाकों से लोगों को बचाने के लिए शुक्रवार को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम तैनात की गईं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रांची के सदर थाना क्षेत्र के न्यू बांधगरी इलाके सहित निचले इलाकों में बचाव अभियान जारी है।

 

एनडीआरएफ के अधिकारी ब्रजेश कुमार सिंह ने कहा कि उपकमांडेंट विनय कुमार के नेतृत्व में हमारी टीम ने अब तक रांची के निचले इलाकों से लगभग 40 लोगों को बचाया है। अधिकारियों ने बताया कि लगातार बारिश के कारण सभी जिले 'अलर्ट' पर हैं। उन्होंने कहा कि रांची में 90 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इस बीच एक अधिसूचना जारी कर राज्य सरकार ने 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूल अगले आदेश तक बंद कर दिए हैं।

 

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के रांची केंद्र के प्रभारी अभिषेक आनंद ने कहा कि पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी क्षेत्र और उससे सटे झारखंड के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र पश्चिमउत्तर पश्चिम की ओर बढ़ गया है तथा दबाव में तब्दील हो गया है।

 

उन्होंने कहा कि यह 2 अगस्त को शाम 5 बजकर 30 मिनट पर उत्तरी झारखंड और उसके आसपास के क्षेत्रों में अक्षांश 24.2 डिग्री उत्तर और देशांतर 85.2 डिग्री पूर्व के पास, गया (बिहार) से लगभग 70 किलोमीटर दक्षिणदक्षिण पूर्व और डाल्टनगंज (झारखंड) से 120 किलोमीटर पूर्व में केंद्रित था। आईएमडी ने राज्य के 7 जिलों के लिए अत्यधिक भारी वर्षा, आंधी और बिजली गिरने की संभावना जताते हुए 'रेड अलर्ट' जारी किया है जबकि 4 अन्य जिलों के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया गया है।

 

मंगलूरु में भारी बारिश से कई इलाके हुए जलमग्न : कर्नाटक के मंगलूरु में जारी भारी बारिश के कारण कई निचले इलाकों में पानी घुस गया तथा स्थिति का आकलन करने के लिए शुक्रवार को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने यहां बताया कि मंगलूरु के जोकट्टे में बुधवार रात एक घर की दीवार गिरने से 17 वर्षीय युवक शैलेष की मौत हो गई।

 

उन्होंने बताया कि अनेक स्थानों पर भूस्खलन के चलते मुख्य मार्ग अवरुद्ध हो गए और अनेक निचली बस्तियों में बाढ़ का पानी घुस जाने से लोगों के मकान पानी में डूब गए जिससे बड़ी संख्या में लोग बेघर हो गए। इस बीच अधिकारियों ने बताया कि पुत्तूर बाईपास रोड पर शुक्रवार सुबह भूस्खलन हुआ जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग 275 पर यातायात बाधित हो गया।

 

उनके मुताबिक पुत्तूर के बेलिप्पडी अंधगेरी गांव में भी शुक्रवार सुबह भूस्खलन हुआ जिसमें 2 घर और 1 गौशाला क्षतिग्रस्त हो गई। मलबे में दबकर गौशाला में बंधी कुछ गायों की मौत हो गई। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि दक्षिण कन्नड़ जिले के प्रभारी मंत्री राव ने शुक्रवार को जिले के बारिश प्रभावित इलाकों का दौरा किया और अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।

 

राव ने जिलाधिकारी मुल्लाई मुहिलन के साथ अद्यापडी का दौरा किया और बाढ़ से प्रभावित खेतों का निरीक्षण किया। राव ने बारिश से हुए नुकसान का मुआवजा देने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त मकानों के मालिकों को 1.2 लाख रुपए और घरों के पुनर्निर्माण के लिए 1.5 लाख रुपए अतिरिक्त दिए जाएंगे। इसके अलावा बाढ़ प्रभावित लोगों को 5,000 रुपए की सहायता राशि दी जाएगी।

 

गंगा के तटीय क्षेत्र पश्चिम बंगाल और उससे सटे बांग्लादेश पर चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव में गंगा के तटीय क्षेत्र पश्चिम बंगाल और उससे सटे झारखंड पर कम दबाव का क्षेत्र बना है। इससे जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। इसके पश्चिम उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ने और अगले 24 घंटों के दौरान और अधिक स्पष्ट होने की संभावना है।

 

समुद्र तल पर मानसून की लाइन अब श्री गंगानगर हिसार दिल्ली लखनऊ वाराणसी डाल्टनगंज निम्न दबाव क्षेत्र के केंद्र से होकर दक्षिण पूर्व की ओर उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ रहा है। एक चक्रवाती परिसंचरण उत्तर पूर्व राजस्थान पर है। एक और चक्रवाती परिसंचरण पंजाब पर है और समुद्र तल से 3.1 और 5.8 किलोमीटर के बीच बना हुआ है।

 

दक्षिण गुजरात से केरल तट तक समुद्र तल पर अपतटीय गर्त बना हुआ है। उत्तर पूर्व अरब सागर और उससे सटे सौराष्ट्र पर एक चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 4.5 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है।

 

पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल  : पिछले 24 घंटों के दौरान पश्चिम बंगाल तटीय कर्नाटक, सिक्किम और दक्षिण मध्यप्रदेश में मध्यम से भारी बारिश हुई। पूर्वोत्तर असम, मणिपुर, पूर्वी मध्यप्रदेश, पूर्वी उत्तरप्रदेश, राजस्थान के कुछ हिस्सों, हरियाणा और तेलंगाना में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई।

 

पूर्वोत्तर भारत, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पूर्वी और मध्य उत्तरप्रदेश, पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी मध्यप्रदेश, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, तेलंगाना, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप और पूर्वी गुजरात में हल्की से मध्यम बारिश हुई। पश्चिमी राजस्थान सौराष्ट्र कच्छ तमिलनाडु आंतरिक कर्नाटक रायलसीमा, तटीय आंध्रप्रदेश और पश्चिमी हिमालय में हल्की बारिश हुई।

 

आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार आज शनिवार, 3 अगस्त को झारखंड उत्तरी छत्तीसगढ़ और पूर्वोत्तर मध्यप्रदेश में मध्यम से भारी बारिश संभव है। सिक्किम, असम, पश्चिम बंगाल, पूर्वी मध्यप्रदेश, विदर्भ, उत्तर तेलंगाना, दक्षिण और पश्चिमी राजस्थान, पूर्वी गुजरात, कोकण, गोवा, तटीय कर्नाटक और अंडमाननिकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।

 

पूर्वोत्तर भारत, बिहार, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तरी राजस्थान, पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा, मराठवाड़ा, केरल और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। लद्दाख, पंजाब के पश्चिमी हिस्सों, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और आंतरिक कर्नाटक में हल्की बारिश संभव है।(Photo courtesy: IMD)

 

Edited by: Ravindra Gupta



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