14 सफाई कर्मचारियों के उत्तराधिकारियों को नियुक्ति आदेश पारित किया – ॲड. सुनील वालुजकर

औरंगाबाद पीठ ने लाड बर्वे समिति की सिफारिश के अनुसार महाराष्ट्र में सभी अनुसूचित जाति के सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति पर लगी रोक हटा दी

पंढरपुर नगर परिषद की ओर से औरंगाबाद पीठ ने विरासत के अधिकार के आधार पर अनुसूचित जाति के सफाई कर्मचारियों के उत्तराधिकारियों को नियुक्त करने का निर्णय लेने के बाद 14 सफाई कर्मचारियों के उत्तराधिकारियों को नियुक्ति आदेश पारित किया-ॲड.सुनील वालुजकर

पंढरपूर/ज्ञानप्रवाह न्यूज – अनुसूचित जाति के सफाईकर्मियों की नियुक्ति के संबंध में औरंगाबाद उच्च न्यायालय खंडपीठ ने 24 जून 2024 को एक निर्णय पारित किया है, सामाजिक न्याय और विशेष सहायता विभाग ने 12 जुलाई 2024 को एक आदेश जारी किया है कि अनुसूचित जाति के सफाईकर्मियों की नियुक्ति आज की जा सकती है पंढरपुर नगर परिषद में 14 सफाई कर्मचारियों के उत्तराधिकारियों की नियुक्ति प्रमुख डॉ.प्रशांत जाधव द्वारा की गई।

इस अवसर पर बोलते हुए, महाराष्ट्र राज्य नगर परिषद नगर परिषद कर्मचारी संघर्ष समिति के श्रमिक नेता ॲड सुनील वालुजकर ने कहा कि महाराष्ट्र में महानगर निगम सभी नगर परिषदों, नगर परिषदों में वर्ष 1972 से लाड व पागे कमेटी की सिफ़ारिशों के अनुसार अनुसूचित जाति के सफाई कर्मचारी की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति, चिकित्सीय अयोग्यता अथवा सेवा के दौरान मृत्यु होने की स्थिति में सफाई कर्मचारी के वारिसों को नियुक्ति देने का प्रावधान किया गया। नगर विकास विभाग द्वारा दिनांक 24/2/2023 को विरासत के अधिकार द्वारा कर्मचारियों के हित में सर्वव्यापी आदेश पारित किया गया था लेकिन उच्च न्यायालय खंडपीठ औरंगाबाद ने न्यायालय के आदेश के अनुसार दि.24/2/2023 को सरकार के निर्णय पर रोक लगा दी। कुछ संगठनों द्वारा इस मामले में मूल सफाईकर्मियों के विरासत अधिकारों के संबंध में नियुक्ति की पृष्ठभूमि बताए जाने के बाद सभी समुदायों के सफाईकर्मियों के उत्तराधिकारियों की नियुक्ति को निलंबित कर दिया गया था।

महाराष्ट्र में २७/२८ संगठनों ने आवाज उठाई और हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील दायर की. राज्य के सभी संगठनों के माध्यम से, महाराष्ट्र राज्य नगर परिषद नगर पंचायत कर्मचारी संघर्ष समिति और नगर निगम कर्मचारी संघ की ओर से वरिष्ठ वकीलों ने अदालत में विभिन्न दस्तावेज, सबूत पेश किए और बहुत अच्छे तरीके से बहस की। 21/6/2024 को अपना बयान पेश किया साथ ही महाराष्ट्र सरकार की ओर से ॲड संकपाल और लोक अभियोजक ॲड गिरासे ने यह बयान पेश किया।

उक्त याचिका में संशोधन करके राज्य की सभी अनुसूचित जातियों, बौद्ध मातंगों तथा अन्य अनुसूचित जातियों को समायोजित करने का निर्णय लिया गया। 24/6/2024 को न्यायमूर्ति रवींद्र घुगे और वाई जी खोब्रागड़े ने नियुक्ति पर लगे रोक आदेश को हटा दिया,जिससे महाराष्ट्र में सभी अनुसूचित जाति के सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त हो गया क्योंकि उनके विरासत अधिकार पहले की तरह लागू हो गए हैं अनुसूचित जाति के सभी सफाई कर्मचारियों के बीच महाराष्ट्र राज्य नगर परिषद नगर पंचायत कर्मचारी संघर्ष समिति की ओर से डॉ.डी एल कराड, सुरेश ठाकुर, संतोष पवार और अनिल जाधव ने उक्त अदालत के फैसले की प्रति देकर सामाजिक न्याय विभाग के वरिष्ठ अधिकारी सुमंत भांगे को शीघ्र आदेश की मांग के अनुरूप सामाजिक न्याय विभाग ने 12 जुलाई 2024 को आदेश जारी किया कि महाराष्ट्र में सभी अनुसूचित जाति के सफाई कर्मचारियों के उत्तराधिकारियों को उत्तराधिकार द्वारा नियुक्त किया जा सकता है।

हाईकोर्ट के फैसले के बाद पंढरपूर नगरपरिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाॅ.प्रशांत जाधव द्वारा आज आकाश संतोष सालवे,अमर मनोहर पाटोले, पप्पू शिवाजी जाधव, प्रियंका गणेश शिंदे, आदित्य दत्ता सांडगे, शनि रामा यादव, सीमा अमोल साठे, महादेवी दिनेश वाघमारे, अर्चना मल्हारी पाटोले, संदेश रमेश अवघडे , रमेश ढिके, प्रेरणा महेंद्र कसबे, योगेश युवराज वाघमारे, किरण समाधान वाघमारे, साहिल गोपी गोयल जैसे 14 सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है। इतके लिये पंढरपूर नगरपरिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाॅ.प्रशांत जाधव का आभार व्यक्त किया साथ ही महाराष्ट्र के उन संगठनों का भी आभार व्यक्त किया गया जिन्होंने उक्त अदालत के फैसले के लिए यह लड़ाई लड़ी।

संघर्ष समिति के नेता संतोष पवार ने कहा कि भले ही यह फैसला आ गया है, लेकिन जो दुसरे समाज के लोग बरसोंसे साफसफाई का काम कर रहे है उन्हे भी न्याय मिलने तक संघर्ष समिति का संघर्ष जारी रहेगा।

उक्त नियुक्ति आदेश देते समय महाराष्ट्र राज्य संघर्ष समिति के मुख्य संगटक ॲड सुनील वालुजकर, महादेव अदापुरे, नानासाहेब वाघमारे, शरद वाघमारे, नागनाथ तोडकर, कार्यालय अधीक्षक अस्मिता निकम, अस्थापना लिपिक ऋषि अधटराव, दर्शन वेळापुरे, पूर्व नगरसेवक विक्रम शिरसाट, श्रमिक नेता संतोष सर्वगोड, धनजी वाघमारे, दिनेश साठे, दत्तात्रय चंदनशिवे,संजय वायदंडे,महावीर कांबले, सतीश सोलंकी, दशरथ यादव, संदेश कांबले,ॲड किशोर खिलारे, गुरु डोडिया, अनिल गोयल आदी उपस्थित थे।

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