क्या मनोज जरांगे का कड़ा रुख महाराष्ट्र सरकार को निर्णय लेने से रोकने का प्रयास है : धनंजय मुंडे


Dhananjay Munde's statement regarding Manoj Jarange : महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे ने सोमवार को मराठा आरक्षण पर कार्यकर्ता मनोज जरांगे के आक्रामक रुख पर सवाल उठाया और पूछा कि क्या यह राज्य सरकार को इस मुद्दे पर सोच-समझकर निर्णय लेने से रोकने का जानबूझकर किया गया प्रयास है।

 

कुनबी प्रमाण पत्र जारी करके मराठा समुदाय के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) का दर्जा मांगने के लिए जालना जिले के अंतरवाली सराती गांव में भूख हड़ताल पर बैठे जरांगे एकनाथ शिंदे सरकार पर टालमटोल करने की रणनीति अपनाने का आरोप लगा रहे हैं।

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अहमदनगर के पारनेर में बातचीत के दौरान अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सदस्य मुंडे ने कहा, महाराष्ट्र सरकार ने मराठा समुदाय की आरक्षण की मांग के प्रति समर्थन व्यक्त किया है। मराठा समुदाय का लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा मौजूदा प्रावधानों के अंतर्गत आता है। हालांकि शेष आबादी की जरूरतों को पूरा करने के लिए राज्य को अतिरिक्त समय की आवश्यकता है।

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मुंडे ने जरांगे पर कटाक्ष करते हुए कहा, यह सुझाव दिया जाता है कि मनोज जरांगे राज्य सरकार को सोच-समझकर निर्णय लेने के लिए समय दें। यह विचार करना आवश्यक है कि क्या राज्य को सुविचारित निर्णय लेने के अवसर से रोकने के लिए जानबूझकर प्रयास किए जा रहे हैं।(भाषा)
Edited By : Chetan Gour



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