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name plate controversy : भाजपा के सहयोगी रालोद नेता और केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने एक बड़ा बयान देते हुए योगी सरकार के कावड़ यात्रा मार्ग पर खानपान की दुकानों पर नेमप्लेन लगाने संबंधी आदेश पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि कावड़िए जाति धर्म देखकर सेवा नहीं लेते। ALSO READ: नेमप्लेट विवाद पर baba ramdev बोले, रामदेव पहचान बता सकता है तो रहमान को दिक्कत क्यों?
लोकसभा चुनाव से पहले सपा का साथ छोड़कर भाजपा से गठबंधन करने वाले उन्होंने फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि कावड़ यात्रियों की सेवा सब करते हैं। इस मुद्दे को धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। भाजपा ने ज्यादा समझकर यह फैसला नहीं लिया है।
उल्लेखनीय है कि योगी सरकार के आदेश के बाद अब उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के रूट पर दुकानदारों और ठेलेवालों के लिए अपनी दुकानों और ठेलों पर नेमप्लेट लगाना अनिवार्य कर दिया है। उत्तर प्रदेश के बाद उत्तराखंड में भी फैसला लागू हो गया।
मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी कई भाजपा नेताओं ने ढाबा और रेस्त्रां पर मालिक का नाम लिखने की मांग की है। इंदौर के 2 विधायकों रमेश मेंदोला और मालिनी गौड़ ने इस संबंध में मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखा है। ALSO READ: योगी सरकार का बड़ा फैसला, कावड़ यात्रा मार्ग पर खाने की दुकानों पर लगेगी नेमप्लेट
बहरहाल रालोद के साथ ही जदयू और एलजेपी भी उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के फैसले से खुश नहीं है। बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने साफ कर दिया है कि यह फैसला राज्य में लागू नहीं होगा।
Edited by : Nrapendra Gupta
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